Greater Noida: जिले के सूरजपुर क्षेत्र के लोगों ने मूलभूत सुविधाओं नहीं मिलने के कारण जनप्रतिनिधियों के साथ स्थानीय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। स्थानीय लोगों ने विधायक और सांसद के मुर्दाबाद के नारे लगाए। स्थानीय लोगों ने कहा कि जब से विधायक जी जीते हैं, तब से हमने उनका एक बार भी यहां चेहरा नहीं देखा।
सरकारी अस्पताल खुद ही बीमार
स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्वच्छता के नाम पर आम जनता से ग्रेटर नोएडा प्राधिकारण के अधिकारी खिलवाड़ कर रहे हैं। लोगों के इलाज के लिए बना सरकारी हॉस्पिटल यह खुद बीमार पड़ा है। लोगों का कहना है कि सूरजपुर क्षेत्र में मेन रोड की सड़क का खस्ता हाल है। जिसके वजह कई लोग रोज दुर्घटना के शिकार होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और प्रशासन के दफ्तर के 2 साल से चक्कर काट काट कर थक गए लेकिन समाधान नहीं हुआ।
गंदगी का अंबार, फैल रहीं बीमारियां
लोगों का आरोप है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों को नहीं दिख रहा कि किस कदर हालात यहां बेहाल और बदहाल हैं। सूरजपुर कस्बे में गंदगी का अंबार लगा है, जिससे बीमारियां फैल रही हैं। उत्तर प्रदेश के सबसे उज्जवल जिले के सबसे बुरे हैं। उत्तर प्रदेश का दिल और उत्तर प्रदेश को वेबसाइट सफलता दिलाने वाला गौतम बुद्ध नगर सूरजपुर कस्बे का है बहुत बुरा हा है।
अधिकारियों का मुंह काला होना चाहिए
लोगों का कहना है कि स्थानीय सांसद और विधायक से आखिर क्यों नहीं सूरजपुर में विकास हो रहा है। क्या सिर्फ कागजों पर ही प्लान बनाए जा रहे हैं और उसको अद्भुत किया जा रहा है। लोगों ने पूछा सांसद और विधायक से पूछा है कि कहां है वह धनराशि, जो सूरजपुर के लिए आई थी। इसका जवाब देने वाला कोई नहीं है, यहां भ्रष्टाचार का बोलबाला है। लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सूरजपुर के अधिकारी का मुंह काला होना चाहिए। योगी के राज्य में भ्रष्टाचार का अगर स्वरूप देखना है तो सूरजपुर में देखिए।