Noida: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में जल्द ही नौकरियों की बहार आएगी। इन दोनों शहरों का उत्तर प्रदेश के विकास में अहम योगदान है। इन दोनों शहर में कंपनियां बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा कर रही हैं। ये कंपनियां अगले पांच साल में 60 हजार करोड़ निवेश कर 1.5 लाख नई नौकरियों के अवसर पैदा करेंगी। गौरतलब है कि राजधानी लखनऊ में फरवरी में ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। इसमें नोएडा ने 60 हजार करोड़ का लक्ष्य हासिल कर लिया। नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी। इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1।5 लाख का रोजगार देंगी।
90 हजार करोड़ के प्रस्ताव
बता दें कि निवेशकों को आकर्षित करने के लिए नोएडा नए सेक्टर विकसित हो रहे हैं। इसके तहत न्यू नोएडा का मास्टर प्लान बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए लटका है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है। जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके हैं। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।
दो कंपनियां कर रही सबसे अधिक इन्वेस्ट
प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। जिससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा।