कहते हैं भक्त में भगवान के लिए एक अलग ही प्रेम होता है। जो कि अयोध्या में बने राममंदिर को देखकर सच साबित हो गया है। दशकों तक टेंट में रहे रामलला पिछले महीने 22 जनवरी को ही अपने भव्य गर्भगृह में विराजमान हुए थे। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। हर दिन रामलला के दर्शनों के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। प्राण प्रतिष्ठा के एक महीने बाद भी एक दिन में ही लाखों रामभक्त अपने आराध्य रामलला के दर्शन कर रहे हैं।
60 लाख से ज्यादा लोग कर चुके दर्शन
राम मंदिर बनने के बाद से ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ लगातार दिखाई दे रही है। जो कि दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। 22 जनवरी से 22 फरवरी के बीच एक महीने में अगर दर्शनार्थियों की कुल संख्या की बात करें, तो वह 60 लाख से भी ज्यादा हो चुकी है। वहीं प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले 10 दिनों में 25 लाख से अधिक भक्तों ने मंदिर में दर्शन किए।
10 किलो सोना, 25 किलो चांदी और 25 करोड़ रुपए दान कर चुके भक्त
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कार्यालय की मानें, तो अब तक राम भक्तों द्वारा समर्पित किए गए चेक, ड्राफ्ट और नगद राशि शामिल है। हालांकि विदेशी राम भक्तों द्वारा किए गए दान की धनराशि की गणना इसमें नहीं है। जो राम भक्तों ने सीधे बैंक के माध्यम से दान दी है। वहीं, आभूषणों और रत्नों की बात करें, तो राम भक्तों की श्रद्धा ऐसी है कि वह बाल रामलला के लिए चांदी और सोने के बने सामान दान दे रहे हैं। चांदी की बात करें, तो लगभग 25 किलो से अधिक चांदी प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम से अब तक राम भक्तों ने समर्पित की है। वहीं, सोने के आभूषणों का वजन लगभग 10 किलो के आस-पास बताई जा रही है। साथ ही श्री राम मंदिर समेत जो अलग-अलग दान काउंटर और दान पात्र हैं। अगर उसमें समर्पित की गई धनराशि की बात करें, तो यह लगभग 25 करोड़ रुपये है।