Amroha: एंटी करप्शन ने आरटीओ कार्यालय में तैनात क्लर्क को 20 हज़ार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। टीम ने क्लर्क को पुलिस के हवाले सौंप कर केस दर्ज करवाया है। जानकारी के मुताबिक, डिडौली थाना क्षेत्र के गांव नारंगपुर में ट्रैक्टर की एजेंसी के संचालक चौधरी राजेंद्र सिंह भारतीय किसान यूनियन चौहान गुट के जिला कोषाध्यक्ष भी हैं। एआरटीओ कार्यालय से हर साल एजेंसी का रिन्यूअल होता है। इस साल एजेंसी के रिन्यूअल के लिए राजेंद्र सिंह एआरटीओ कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे।
ट्रैक्टर एजेंसी रिन्यूअल कराने के लिए मांगे थे 50 हजार
आरोप है कि थाना देहात क्षेत्र के आरटीओ ऑफिस में तैनात क्लर्क अमय कुमार उर्फ अमिया और कार्यालय में तैनात प्राइवेट कर्मचारी शाने अली उर्फ शाने ने एजेंसी रिन्यूअल करने के लिए 50,000 रुपये रिश्वत की मांग की। इसके बाद 20,000 रुपये में सौदा तय हो गया। इसकी शिकायत राजेंद्र शिंह ने एंटी करप्शन को कर दी। शिकायत की जांच केबाद मंगलवार दोपहर करीब एक बजे एंटी करप्शन टीम के प्रभारी शैलेंद्र सिंह अपने सहयोगियों के साथ अमरोहा पहुंचे और एआरटीओ कार्यालय की घेराबंदी कर ली।
प्राइवेट कर्मचारी भी था शामिल
इस दौरान चौधरी राजेंद्र सिंह ने प्राइवेट कर्मी शाने अली की मदद से अमय कुमार को 20 हजार रुपये की रिश्वत दी। तभी एंटी करप्शन की टीम ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। गिरफ्तार लिपिक अमय कुमार मूलरूप से गाजियाबाद का रहने वाला है। जिसे आगरा के बाद जुलाई में यहां तैनाती मिली थी। देहात थाना के सब इंस्पेक्टर संदीप चौधरी ने बताया कि एंटी करप्शन टीम की तहरीर पर दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है।