Uttar Pradesh: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मुश्किले बढ़ती जा रही है. अखिलेश यादव को सीबीआई की ओर से रेत के अवैध खनन मामले में नोटिस जारी किया गया है. वहीं, जारी नोटिस आदेश के मुताबिक अखिलेश यादव को 29 फरवरी को दिल्ली में सीबीआई के समक्ष गवाही के लिए पेश होना है.
जानें पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, अखिलेश यादव की सरकार के दौरान बी चंद्रकला को हमीरपुर के जिलाधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया था. आरोप है कि जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर में 50 मौरंग के खनन के पट्टे किए थे. ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों पर स्वीकृति देने का प्रावधान था. लेकिन बी.चन्द्रकला ने सारे प्रावधानों की अनदेखी की थी. 2015 में अवैध रूप से जारी मौरंग खनन को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी. हाईकोर्ट ने 16 अक्टूबर 2015 को हमीरपुर में जारी किए गए सभी 60 मौरंग खनन के पट्टे अवैध घोषित करते हुए रद कर दिया था. इसके बावजूद यहां पर बड़ी मात्रा में खनन हुआ था.
बता दें कि, अखिलेश यादव सीबीआई की रडार पर ऐसे वक्त आए है, जब कुछ ही समय बाद लोकसभा का चुनाव है. ऐसे में अब कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं. वहीं, सपा मुखियाय को सीआरपीसी की धारी 160 के तहत नोटिस जारी किया गया है, जिसके तहत उन्हें 29 फरवरी को सीबीआई के सामने गवाही के लिए पेश होना होगा.