Greater noida: गैंगरेप मामले में फरार चल रहे स्क्रैप माफिया रवि काना के साथी ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। हाल ही में नोएडा पुलिस ने फरार चल रहे रवि काना और महकी नागर पर 25 हजार का ईनाम था। महकी पर थाना सेक्टर 39 में गैंगरेप मुकदमा दर्ज है, इसके साथ ही गैंगस्टर एक्ट में भी कार्रवाई की गई है। वहीं, इस मामले में मुख्य आरोपी रवि काना और काजल झा अभी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।
120 करोड़ की संपत्ति हो चुकी है कुर्क
गौरतलब है कि युवती से गैंगरेप मामला सामने आने के बाद रवि काना और उसके गैंग पर कई और केस दर्ज हो गए हैं। जिसके बाद से पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। अब तक रवि काना की पत्नी समेत गैंग के सद्स्यों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, 120 करोड़ से अधिक की संपत्ति भी कुर्क कर चुकी है। इसके बावजूद रवि काना अभी तक पुलिस से दूर है।
नौकरी दिलाने के बहाने रवि के पास युवती को ले गए थे गुर्गे
बता दें कि पुलिस को दी शिकायत में गौतमबुद्ध नगर निवासी युवती ने बताया था कि उसे नौकरी की तलाश थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात राजकुमार से हुई। नौकरी लगवाने का झांसा देकर राजकुमार ने उसे सभी शैक्षिक दस्तावेज के साथ बरौला गांव में बुलाया। वहां राजकुमार और उसका साथी महेमी मिले। दोनों ने कहा, रवि हमारे बॉस हैं। हम आपको उनसे मिलवा देंगे और वह आपकी नौकरी लगवा देंगे। 19 जून को राजकुमार और महेमी युवती को कार से गार्डन गैलेरिया मॉल में ले गए। दोनों ने गाड़ी पार्किंग में लगा दी। वहां पर तीन और लड़के आए। तीनों का परिचय रवि, आजाद और विकास के रूप में करवाया गया। सभी के हाथों में हथियार थे।
रवि ने गाड़ी में युवती से किया रेप
आरोप है कि रवि ने गाड़ी में युवती से दुष्कर्म किया। इस दौरान वीडियो भी बना लिया। विरोध करने पर आरोपियों ने कहा कि वह बहुत दबंग और पैसे वाले हैं। अगर यह बात किसी को बताई तो घटना का वीडियो वायरल कर देंगे। आरोपियों ने युवती और परिवार को जान से मारने की धमकी दी तो वह सहम गई। इसके बाद भी जब आरोपियों ने पीड़िता को ब्लैकमेल और परेशान करना बंद नहीं किया तो 30 दिसंबर को उसने मामले की शिकायत पुलिस से की।