Noida एमिटी यूनिवर्सिटी में इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज एमिटी डॉ. प्रियंका सिंह द्वारा साइबर अपराध पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कराया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वक्ता आईपीएस प्रीति यादव एडीसीपी/डीसीपी-महिला सुरक्षा,नोएडा कमिश्नरेट रहीं। उन्होंने सामुदायिक जागरूकता और साइबर अपराध पर व्याख्यान दिया।
साइबर अपराध में एक व्यापक स्पेक्ट्रम शामिल
साइबर अपराध में डिजिटल चैनलों के माध्यम से संचालित दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों का एक व्यापक स्पेक्ट्रम शामिल है,जिसकी कोई सीमा नहीं है। पहचान की चोरी और वित्तीय धोखाधड़ी से लेकर डेटा उल्लंघनों और साइबरबुलिंग तक, प्रभाव व्यक्तिगत और आर्थिक रूप से विनाशकारी हो सकते हैं। वहीं साइबर खतरों के विभिन्न रूपों और साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए गए तरीकों को समझकर, व्यक्ति अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सक्रिय उपाय अपना सकते हैं। चाहे वह पासवर्ड मजबूत करना हो,फ़िशिंग ईमेल से सावधान रहना हो, या सॉफ़्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करना हो, छोटी-छोटी गतिविधियाँ महत्वपूर्ण अंतर ला सकती हैं।
सड़क सुरक्षा का ध्यान रखने की छात्रों को दी जानकारी
कार्यक्रम में यातायात उपनिरीक्षक राजेश कुमार यादव और उनकी टीम ने स्ट्रीट प्ले के माध्यम से यातायात नियम प्रदर्शित किये। छात्रों को सीट बेल्ट, ट्रैफिक सिग्नल का सम्मान करने, गति सीमा का ध्यान रखने, पैदल यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखने की जानकारी दी गई।