आजकल हर कोई फेमस होना चाहता है। हर कोई चाहता है कि अपना नाम बताने की भी लोगों को जरूरत ना पड़े। ऐसी ही अरमान लिए कुछ लोग इसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं। तो कुछ शॉर्टकट अपनाते हैं। ऐसा ही एक शॉर्टकट अपनाना कुछ युवकों को भारी पड़ गया। दरअसल कुछ युवक फेक किडनैपिंग का वीडियो बना रहे थे। जिसे देखकर मौके पर मौजूद एक शख्स ने अपने फोन से उसका वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। मामले का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस भी हरकत में आ गई। जिसके बाद पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
किडनैपिंग थीम पर रील बना रहे थे युवक
दरअसल वायरल वीडियो में एक युवक एक अन्य शख्स का अपहरण कर उसे कार में बैठाने की कोशिश कर रहा था। जबकि वहां खड़ा तीसरा युवक इस सीन को कैमरे से शूट कर रहा था। इस वीडियो को घटनास्थल पर मौजूद एक शख्स ने मोबाइल में कैद कर लिया। जिसे उसने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करते हुआ लिखा कि नोएडा के भरे बाजार में एक युवक का अपहरण कर लिया गया। ये सूचना मिलते ही सेक्टर-20 पुलिस भागी-भागी मौके पर पहुंची और तीनों को पकड कर थाने पर ले आई। हालांकि पुलिस ने जब वीडियो की जांच शुरू की तो सामने आया कि सेक्टर 18 मार्केट से किसी युवक का अपहरण नहीं हुआ है। असल में कार लेकर सेक्टर 18 पहुंचे तीनों युवक इंस्टाग्राम पर किडनैपिंग थीम पर रील बनाने जुटे थे। इस दौरान अपने ही दोस्त को पकड़ कर खींच रहे थे।
पुलिस ने तीनों युवकों को लगाई फटकार
एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि युवकों की पहचान अजीत, दीपक और अभिषेक के रूप में हुई। युवकों के सोशल मीडिया पर सैकड़ों सब्सक्राइबर हैं। वे भजन सहित अन्य थीम पर रील्स बना चुके हैं। पुलिस ने तीनों युवकों को फटकार लगाई। एडीसीपी ने बताया कि युवक पब्लिक प्लेस पर शांति व्यवस्था को बिगाड़ने का आरोपी माना गया और शांतिभंग की धाराओं में तीनों युवकों के खिलाफ कार्रवाई कर गिरफ्तार किया। हालांकि तीनों को कुछ समय बाद जमानत पर छोड़ दिया गया है।