सीआरटी टीम और थाना सेक्टर-142 नोएडा पुलिस ने मिलकर मोबाइल टावर के उपकरण चुराने वाले 3 अभियुक्तों को धर-दबोचा है। जिनमें एक नाबालिक भी है, उसे पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है। वो तड़के सुबह स्विफ्ट कार में सवार थे, पुलिस ने कुछ उपकरण के साथ गाड़ी को जब्त कर लिया है।
अपराध करने का तरीका
ये एक संगठित अन्तर्राज्यीय गिरोह है, जो नोएडा, दिल्ली ,एनसीआर, मध्य प्रदेश, राजस्थान में घूमकर मोबाइल टावरों को मार्क करके, जरुरत के हिसाब से दिन और रात में, उनमें लगे आरआरयू, बैट्री और अन्य कीमती सामान को चोरी करके, उनको दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर मंहगे दामों में बेचते हैं।
इस गिरोह का मुख्य सदस्य विकास उर्फ टोई पुत्र राजवीर बंजारा, नगला चरनदास शिव मंदिर के पास कपूरा के मकान में किराये पर सेक्टर 81 थाना फेस 2 गौतमबुद्धनगर में रहता है, जोकि पहले कई बार जेल जा चुका है। लेकिन जेल से बाहर आते ही एक नया गिरोह तैयार कर अपनें दूसरे साथियों के साथ मिलकर मोबाइल टावरों से बैट्री एवं कीमती सामान की चोरी करने लगा।
इस गिरोह का मुख्य सदस्य विकास गाड़ी स्विफ्ट से अपनें साथियों के साथ सवार होकर दिन के समय में मोबाइल टावरों को चिन्हित कर लेते है। बाद में मार्क किए गए टावरो पर रात में पहुचतें है। जिसके बाद विकास मोबाइल टावर चढ जाता है और औजारों की मदद से उममें लगे रेडियो रिसिवर यूनिट व बैटरी व अन्य कीमती उपकरणों को काटकर नीचे गिरा देता है, जिसे उसके अन्य साथी उठाकर गाडी में रख कर फरार हो जाते है। गिरोह के मुखिया विकास ही चोरी के सामान को बेचने का काम करता है, जो कि दिल्ली का रहनें वाला है और मौके से फरार हो गया है।
क्या समाना हुआ बरामद?
चोरी करने वाले इस गैंग के पास से 2 चोरी के रेडियो रिसिवर यूनिट मोबाइल टॉवर, 1 वायर कटर, 1 प्लास, 1 पेंचकस, 1 पाना/रिन्च, एक स्विफ्ट कार नंबर DL2CAK9351 बरामद हुई है, जिसका रंग काला है।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण-
1- राशिद पुत्र इसरार, उम्र 22 साल
2- विकास उर्फ टोई पुत्र राजवीर बंजारा, उम्र करीब 22 साल ( फरार)
3- जितेन्द्र उर्फ सैंकी पुत्र संजय सिंह, उम्र करीब 21 साल
4- बाल अपचारी, उम्र 17 साल