Patna: प्रधानमंत्री की तीसरी बार शपथ लेने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी पहली बार बिहार पहुंचे। प्रधानमंत्री वाराणसी से सेना के विशेष विमान से पहुंचे। इसके बाद पीएम राजगीर पहुंचकर अंतरराष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय के नव निर्मित कैंपस का उद्घाटन किया। इसके साथ ही 1600 वर्ष पुराने खंडहर को देखा। गाइड ने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर के बारे में बारीकी से जानकारी दी। पीएम मोदी ने पूरे परिसर का अवलोकन किया।
विश्वविद्यालय 455 एकड़ में फैला
बता दें कि नालंदा विश्वविद्यालय 455 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें कुल 221 संरचनाएं हैं। तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 19 सितंबर 2014 को इसके निर्माण की नींव रखी गई थी। आर्किटेक्ट बीबी जोशी ने नालंदा विश्वविद्यालय के प्रारूप को डिजाइन किया है। बता दें कि साल 2016 में नालंदा के खंडहरों को संयुक्त राष्ट्र विरासत स्थल घोषित किया गया था। इसके बाद विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य 2017 में शुरू किया गया। विश्वविद्यालय का नया कैंपस नालंदा के प्राचीन खंडहरों के पास बनाया गया है। नए कैंपस की स्थापना नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम, 2010 के माध्यम से की गई है। 2007 में फिलीपींस में आयोजित दूसरे पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में लिए गए निर्णय को लागू करने का प्रावधान के तहत किया गया था.
पीएम की सुरक्षा में चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात
इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं कई देशों के राजदूत, केंद्र व राज्य सरकारों के मंत्री और अन्य कई मौजूद हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर जिला पुलिस पूरी तरह अलर्ट है। एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है।