सरकार को 15 हजार करोड़ के राजस्व का चूना लगाने के मामले में पुलिस को एक और कामयाबी मिली है। नोएडा पुलिस ने मामले में एक शातिर इनामी महिला को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। पकड़ी गई महिला की पहचान तमिलनाडु के कोयंबटूर की सुगन्या प्रभु के रूप में हुई है। पुलिस ने 25 हजार की इनामी महिला आरोपित को कोयंबटूर से गिरफ्तार किया है। आपको बता दें कि इस मामले में पुलिस 47 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जबकि 33 आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की जा चुकी है।
सरकार को चूना लगाने के मामले में 48वीं गिरफ्तारी
अपराध शाखा के डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दिनों गिरफ्त में आए आरोपितों से सैकड़ों फर्जी कंपनियों के बारे में जानकारी मिली थी। जब इसकी तह तक जाया गया तो पता चला कि कोयंबटूर की महिला कारोबारी सुगन्या प्रभु समेत अन्य लोगों द्वारा इन कंपनियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके बाद कोयंबटूर के रेस कोर्स रोड पर स्थित वेंकट रथना अपार्टमेंट की सुगन्या प्रभु की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की गई। टीम के सदस्यों ने कोयंबटूर में डेरा डाला और सुगन्या प्रभु को गिरफ्तार कर नोएडा ले आई। सुगन्या प्रभु ने कई अन्य आरोपितों के बारे में भी पुलिस को जानकारी दी है, जो फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट ले रहे हैं। वहीं महिला के पास से बरामद मोबाइल की भी जांच की जा रही है। लंबे समय से फरार रहने के चलते गिरफ्त में आई महिला पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इस मामले में नोएडा पुलिस की अब तक की ये 48वीं गिरफ्तारी है। खास बात है किसी भी आरोपित को अब तक जमानत नहीं मिली है।
गिरोह के कई अन्य आरोपी अभी भी फरार
डीसीपी ने बताया कि आरोपित देश के विभिन्न जगह पर रहने वाले लाखों लोगों के दस्तावेज प्राप्त कर उसके आधार पर फर्जी कंपनी खोलते थे। इन कंपनियों और फर्मों का अस्तित्व सिर्फ कागजों पर होता था। इसके बाद जीएसटी नंबर लेकर और फर्जी बिल बनाकर रिफंड ले लेते थे, जिससे सरकार को आर्थिक नुकसान होता था। जालसाज फर्जी कंपनियों को जीएसटी नंबर के साथ बेचते भी थे। इन कंपनियों के नाम पर काले धन को सफेद किया जा रहा था। गिरोह में शामिल इनामी समेत कई अन्य आरोपी अब भी फरार हैं और नोएडा पुलिस की चार टीमें दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत अन्य संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही हैं।