टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में कोहली ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जिसने सभी को चौंका दिया है। जी हां विराट कोहली ने ना केवल हार की ओर बढ़ रही भारतीय टीम को संभाला है बल्कि अपनी अर्धशतकीय पारी से बाबर आजम का रिकॉर्ड भी ध्वस्त कर दिया है। जी हां बारबाडोस में ब्रिजटाउन के केंसिंग्टन में खेले जा रहे टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय किया, लेकिन भारतीय टीम ने 3 विकेट सिर्फ 34 रन पर गंवा दिए। इसके बाद इस पूरे वर्ल्ड कप सीजन में फेल रहने वाले विराट कोहली ने भारतीय पारी को संभालने का काम किया और बेहद धैर्य के साथ परिस्थिति को देखते हुए एक छोर को संभालते हुए अर्धशतक भी लगाया। कोहली का दूसरी तरफ से अक्षर पटेल ने पूरा साथ दिया और 31 गेंदों पर 47 रन की पारी खेली। वहीं टी20 वर्ल्ड कप 2024 की 7 पारियों में कोहली ने 75 रन बनाए, जिसमें एक भी अर्धशतक नहीं था और फाइनल मैच में 76 रन बनाकर सभी पारियों की कसर पूरी कर दी है।
कोहली ने तोड़ा बाबर आजम का रिकॉर्ड
फाइनल मैच के दौरान साउथ अफ्रीका के खिलाफ विराट कोहली ने अपनी अर्धशतकीय पारी खेली। विराट कोहली ने इस दौरान बाबर आजम का रिकॉर्ड तोड़ दिया और वो टी20आई में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर पहुंच गए। बाबर आजम ने टी20आई में कुल 4145 रन बनाए हैं, लेकिन कोहली अब उनसे आगे निकल गए हैं। हालांकि इस लिस्ट में पहले नंबर पर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा मौजूद हैं।
कोहली ने फाइनल में 10 साल के बाद लगाया अर्धशतक
विराट कोहली ने टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में 10 साल के बाद अर्धशतक लगाया है। कोहली ने इससे पहले साल 2014 में श्रीलंका के खिलाफ 77 रन की पारी खेली थी और उसके बाद अब जाकर उन्होंने ये कमाल कर दिखाया है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ विराट कोहली ने अपना अर्धशतक 48 गेंदों में पूरा किया और इस दौरान उनके बल्ले से 4 चौके निकले। इस मैच में कोहली ने 59 गेंदो पर 2 छक्के और 6 चौकों की मदद से 76 रन की पारी खेली और आउट हुए। कोहली टी20 वर्ल्ड कप में भारत के लिए दूसरे सबसे स्लो अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज थे और उन्होंने इसमें और इजाफा कर दिया। भारत ने 20 ओवर में 7 विकेट पर 176 रन बनाए।
द्रविड़ और रोहित की भविष्यवाणी को कोहली ने सच कर दिखाया
टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में जब टीम इंडिया मुसीबत में फंसी थी, तब विराट कोहली ने एक ठोस पारी खेलते हुए एक मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में मदद की। खास बात ये थी कि कोहली ने वो कर दिखाया, जिसकी भविष्यवाणी कप्तान रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ ने फाइनल से पहले ही कर दी थी। सिर्फ रोहित ही नहीं, बल्कि कोच द्रविड़ ने भी कहा था कि वो जिंक्स नहीं करना चाहते लेकिन शायद कोहली फाइनल में एक बड़ी पारी खेलें। फाइनल की जब बारी आई तो कोहली ने पहले ओवर में ही मार्को यानसन पर 3 चौके जमाकर टीम को तेज शुरुआत दिलाई। हालांकि अगले ओवर में ही टीम इंडिया ने रोहित शर्मा और ऋषभ पंत के विकेट गंवा दिए थे, जिसके बाद कोहली ने एक छोर से पारी को संभाले रखा। उन्होंने अक्षर पटेल और शिवम दुबे के साथ दमदार साझेदारियां की और टीम को 176 रनों तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई। कोहली 59 गेंदों में 76 रन बनाकर आउट हुए जिसमें 6 चौके और 2 छक्के शामिल थे।