एसडीएम ज्योति मौर्या जैसा एक और मामला उत्तर प्रदेश में सामने आया है। झांसी में लेखपाल बनते ही पत्नी ने कारपेंटर पति को छोड़ दिया। जबकि दोनों ने पांच साल पहले लव मैरिज की थी। झांसी कलेक्ट्रेट में बुधवार को नव नियुक्त लेखपालों के नियुक्ति पत्र वितरित किए जा रहे थे। इसी दौरान कारपेंटर नीरज विश्वकर्मा लेखपाल बनी अपनी पत्नी रिचा सोनी विश्वकर्मा को ढूंढते हुए पहुंच गया। नीरज को देखकर उसकी पत्नी रिचा ने उसे नजरंदाज कर दिया और प्रमाणपत्र लेकर वहां से चली गई। जबकि पत्नी को ढूंढते-ढूढते पहुंचे पति रो-रो कर गुहार लगा रहा है कि वह अपने घर वापस लौट आए।
रिजल्ट आते ही घर छोड़कर चली गई पत्नी
नीरज ने बताया की रिचा से वो प्रेम करता था। नीरज ने बताया कि 2022 में दोनों ने ओरछा मंदिर में शादी भी की थी। इसके बाद उन्होंने सखी के हनुमान मंदिर में एक बार फिर से शादी की। बाद में दोनों को परिवार वालों ने उन्हें अपना लिया था और साथ रहने लगे। नीरज ने बताया कि उसने अपनी सारी कमाई अपनी पत्नी की पढ़ाई में लगा दिया। मजदूरी कर रोहित अपनी पत्नी रिचा की कोचिंग फीस जमा करता था। लेखपाल का रिजल्ट आते ही जनवरी 2024 में पत्नी उसका साथ छोड़ कर घर से चली गई। अब वह प्रेम विवाह भी स्वीकार नहीं कर रही है। नीरज ने बताया कि रिचा ने उसे धोखा देकर उससे किनारा कर लिया है।
जिद करके भरवाया था फॉर्म
उसने पत्नी का लेखपाल का फॉर्म जिद करके भरवाया था। वह चाहता था कि जब उसकी पत्नी लेखपाल की नियुक्ति पत्र ले तो वह साथ रहे। नीरज का कहना है कि वह कारपेंटर है, इसलिए लेखपाल बनी पत्नी उससे दूरी बना ली है। नीरज का कहना है कि वह केवल अपनी पत्नी को घर साथ लेकर जाने के लिए आया है, लेकिन वह साथ नही गई. उसने जिलाधिकारी से भी अपनी आपबीती सुनाई। लेकिन उन्होंने परिवारिक मामला बताते हुए आपसी बातचीत से मसले को निपटाने की बात कही।