भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी साल 2019 की विश्वकप टीम की हिस्सा थे, लेकिन वो सेमीफाइनल मैच में प्लेइंग-11 का हिस्सा नहीं थे। जबकि उन परिस्थितियों में शमी एक बेहतर विकल्प साबित हो सकते थे। अब विश्वकप के 5 साल बाद मोहम्मद शमी ने इसको लेकर अपनी बात सामने रखी हैं।
‘मुझे मौका मिलेगा तभी मैं अपना टैलेंट दिखाऊंगा‘
एक पॉडकास्ट में मोहम्मद शमी ने कहा कि वनडे वर्ल्ड कप-2019 में उन्हें अच्छा खेल दिखाने के बाद भी बाहर कर दिया गया था। उन्होंने कहा, ‘एक सवाल मेरे दिमाग में भी रहता है। हर टीम को वो खिलाड़ी चाहिए जो परफॉर्म कर रहा है। मैंने 3 मैचों में 13 विकेट लिए थे, और क्या लोगे आप। मेरे पास न सवाल है और न ही उसका जवाब। मुझे मौका मिलेगा तभी मैं अपना टैलेंट दिखाऊंगा। मैं अपनी स्किल्स तब दिखऊंगा जब मेरे हाथ में गेंद होगी। आपने मुझे मौका दिया, मैंने तीन मैचों में 13 विकेट ले लिए। फिर न्यूजीलैंड से हारे थे हम’।
शमी टीम में नहीं पूछते सवाल
इसी के साथ ही जब मोहम्मद शमी से पूछा गया कि क्या वो टीम में इस सब को लेकर सवाल नहीं करते हैं। तो उन्होंने कहा कि वो सवाल नहीं पूछते। वो मौके का इंतजार करते हैं। मोहम्मद शमी ने कहा, ‘मुझे क्या जरूरत पड़ी है सवाल पूछने की। जिसको जरूरत है मेरी स्किल्स की तो मुझे चांस दो, बात खत्म’। आपको बता दें, साल 2019 वन डे विश्वकप में विराट कोहली टीम के कप्तान और रवि शास्त्री टीम के हेड कोच थे।
विराट पर बयानबाजी पर क्या बोले शमी?
हाल ही में अमित मिश्रा ने विराट कोहली को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया था। जिसके बाद जब मोहम्मद शमी से इस बारे में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि पूर्व क्रिकेटरों को पता है कि जब भी वो कोहली के खिलाफ कुछ कहेंगे तो उनका नाम अगले दिन अखबारों के पहले पन्ने पर आएगा, इसलिए वे जानबूझकर ऐसा करते हैं। विराट कोहली के साथ मेरी बॉन्डिंग बहुत अच्छी है। हम नेट्स में एक-दूसरे को चुनौती देते हैं, मजा आता है और इससे हमारी दोस्ती और बॉन्डिंग का पता चलता है। इसके अलावा शमी ने कहा है कि विराट कोहली और इशांत शर्मा उनके बेस्ट फ्रेंड हैं और इंजरी के दौरान उन्हें लगातार फोन करते रहते हैं।