बहराइच के बाद अब ग्रेटर नोएडा में कोतवाली जारचा क्षेत्र के छौलस गांव में एक घटना ने एक और बवाल को हवा दे दी. दरअसल बीती रात कुछ असामाजिक तत्वों ने मंदिर में रखी भगवान की तीन मूर्तियों को खंडित कर डाला. वहीं मंदिर के पुजारी ने घटना की सूचना ग्रामीणों व पुलिस को दी. जिसके बाद घटना से गुस्साए ग्रामीण आरोपितों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करने लगे.
खंडित मूर्तियों को हटाकर नई मूर्तियों की हुई स्थापना
वहीं घटना की सूचना पर मौके पर पुलिस बल के साथ एडीसीपी अशोक कुमार भी पहुंचे. एडीसीपी अशोक कुमार ने भीड़ को समझाते हुए खंडित मूर्तियों को मौके से हटवा कर विसर्जन कराया व नई मूर्ति की स्थापना की. उसके बाद सभी ग्रामीण शांत हुए. मामले को लेकर ग्रामीणों की मांग है कि जब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक मंदिर शुद्धीकरण के लिए मंदिर परिसर में हवन जारी रहेगा. फिलहाल गांव में पुलिस बल तैनात होने के कारण शांति व्यवस्था कायम है.
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे ग्रामीण
दरअसल छौलस गांव के बाहर छौलस नंगला नैनसुख मार्ग के शिव मंदिर के पुजारी बाबा कमल दास ने बताया कि रविवार की रात को मंदिर का गेट बंद कर रामलीला देखने गए थे. रामलीला समाप्ति के बाद भक्तजनों के साथ मंदिर पहुंचे तो देखा कि मंदिर भवन के बाहर प्रांगण में लगी शेरा वाली माता व राधाकृष्ण की मूर्तियों को कुछ असामाजिक तत्वों ने खंडित कर दिया है. जिसे देखकर साथ आये भक्तजन भड़क गए और ग्रामीण मंदिर में एकत्रित होकर आरोपित की गिरफ्तारी की मांग करने लगे. ग्रामीणों का आरोप है कि जब से गांव में मंदिर की स्थापना हुई है, अराजक तत्व मंदिर में कोई न कोई अमर्यादित घटना कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. इस मंदिर में मूर्ति खंडित होने की यह दूसरी घटना है.
मंदिर से भगाने के लिए पुजारी को भी कई बार दी गई धमकियां
इसके अलावा लगातार मंदिर के पुजारी को भगाने के लिए धमकियां तक दी जा रही हैं. जिसकी शिकायत पुलिस से कई बार की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं मामले में मंदिर के पुजारी की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने छह टीमों का गठन कर आरोपित की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. एडीसीपी अशोक कुमार ने बताया कि मंदिर में खंडित मूर्तियों का ब्रजघाट में विसर्जन कराकर नई मूर्ति स्थापित कर दी गई हैं. गांव में शांति बनी हुई है. पुलिस बल की तैनाती में पुजारी द्वारा हवन व पूजा-अर्चना किया जा रहा है.