Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में विभिन्न मांगों को लेकर तीसरे दिन भी किसानों का धरना जारी है। तीनों प्राधिकरण से प्रभावित किसान तीन दिन से अपनी मांगों को लेकर सूरजपुर स्थित कलेक्ट्रेट पर धरना दे रहे हैं। एक दौर की वार्ता किसान प्रतिनिधि मंडल और प्रशासन के बीच हो चुकी है। लेकिन वार्ता विफल होने के बाद किसान अनिश्चितकालीन आंदोलन करने की ठान ली है। वहीं, बुधवार को धरने पर बैठे किसानों ने पैदल मार्च निकालते हुए प्रदर्शन किया और मांगें पूरी करने को लेकर नारे लगाए। किसानों की आज फिर जिला प्रशासन से वार्ता होगी। यदि वार्ता सकारात्मक रही तो धरना समाप्त हो सकता है। अन्यथा किसान आगे का निर्णय लेंगे। किसान दिल्ली कूच या पंचायत का ऐलान कर सकते हैं।
हाई पॉवर कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग
नोएडा,ग्रेटर नोएडा,यमुना विकास प्राधिकरण एनटीपीसी और अन्य मामलों से प्रभावित किसान अपनी मांगों को लेकर कर रहे हैं धरना प्रदर्शन,किसानों की मांग जब तक हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं होगी तब तक धरना रखेंगे जारी। प्रदर्शन में किसान सभा, किसान परिषद, जय जवान जय किसान मोर्चा, किसान संघर्ष समिति ऐछर और संयुक्त किसान मोर्चा शामिल हैं। किसान हाई पावर कमेटी की सिफारिशों को सार्वजनिक करने, आबादियों की बैकलीज करने, और भूमिहीनों की दुकानों में आरक्षण के प्रावधान को लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रतिनिधि मंडल की डीएम से वार्ता का हल ना निकलने पर धरना शुरू
प्रदर्शन में शामिल रहे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना औद्योगिक प्राधिकरण एवं बुलंदशहर गाजियाबाद प्राधिकरण, यूपीसीडा, डीएमआईसी, एनटीपीसी, डीएफसीसी, अंसल बिल्डर, हाई टैक बिल्डर, शिव नाडार बिल्डर आदि की परियोजनाओं से प्रभावित गौतमबुद्धनगर से लेकर आगरा तक के दर्जनों संगठनों के हजारों किसान और महिलाओं की ओर से गए प्रतिनिधि मंडल की जिलाधिकारी से वार्ता देर शाम तक चली। लेकिन कोई समयबद्ध तरीके से निष्कर्ष नहीं निकलने के कारण किसानों ने दिन रात का धरना शुरू कर दिया है।
किसानों के मोर्चे में शामिल संगठन
जमीन से जुड़े समस्त अधिकारों के बारे बनाए गए संयुक्त किसान मोर्चा (भूमि अधिकार) में जय जवान जय किसान मोर्चा, भाकियू कृषक शक्ति, भाकियू, अजगर, भाकियू चढूनी, भाकियू अखंड, ऐछर किसान संघर्ष समिति, सिस्टम सुधार संगठन आगरा आदि शामिल हैं।