पश्चिम बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हुआ चक्रवाती तूफान ‘दाना’ उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में पहुंच चुका है। एहतियात के तौर पर कोलकाता एयरपोर्ट को सुबह 9:00 बजे बंद किया गया है। तूफान का असर मुख्य तौर पर उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार राज्यों में पड़ सकता है। जिसको देखते हुए तटीय इलाकों मे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। तूफान का आंशिक असर उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी पर पड़ने की भी संभावना है।
यूपी के इन जिलों में होगा दाना असर
तूफान दाना के असर को देखते हुए मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर प्रदेश के 14 जिलों में अलर्ट जारी किया हुआ है। कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, मऊ, बलिया, गाजीपुर, आजमगढ़, वाराणसी, चंदौली, जौनपुर, संत रविदास नगर, मिर्जापुर ,सोनभद्र, प्रयागराज जिलों में मौसम विभाग ने बारिश होने के आसार जताए हैं।
तूफान का दिल्ली में क्या होगा असर
चक्रवाती तूफान ‘दाना’ की दस्तक से न केवल ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में हलचल है। बल्कि इसका असर देश की राजधानी दिल्ली में भी महसूस किया जा रहा है। तूफान के कारण दिल्ली का मौसम भी बदला नजर आ रहा है। दिल्ली में आज का न्यूनतम तापमान लगभग 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। इसके चलते नागरिकों में एक हल्की ठंडक का अहसास हो रहा है।
भद्रक में पेड़ उखड़े
दाना तूफान के कारण ओडिशा के भद्रक जिले में तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण कई पेड़ उखड़ गए। जिसकी वजह से इलाके में कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, ओडिशा में वर्तमान में 100-110 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चल रही हैं। जो 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं। IMD ने कहा कि गंभीर चक्रवाती तूफान ‘दाना’ 12 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ गया है। जो धामरा से लगभग 15 किलोमीटर उत्तर और हबलीखाती नेचर कैंप (भितरकनिका) से 30 किलोमीटर उत्तर-उत्तरपश्चिम में उत्तरी तटीय ओडिशा पर केंद्रित है।अगले 1-2 घंटों तक भूस्खलन की प्रक्रिया जारी रहेगी।
8322 चक्रवात आश्रय खोले गए
भुवनेश्वर में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि चक्रवात दाना के कारण राहत केंद्रों में स्थानांतरित की गई 4,431 गर्भवती महिलाओं में से 1,600 ने बच्चों को जन्म दिया है। सीएम ने गुरुवार को कहा कि राज्य ने कुल 5,84,888 लोगों को निकाला है। शुक्रवार सुबह तक यह संख्या 600,000 से अधिक हो सकती है। प्रभावित क्षेत्रों में निकाले गए लोगों के रहने के लिए 8322 चक्रवात आश्रय खोले गए हैं.