नोएडा में एक फर्जीवाड़े का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां पर पति-पत्नी हर बार लग्जरी कार खरीदते और सस्ते दामों में बेचकर मुनाफा कमाते थे. दंपति रुपयों से जमाकर ऐसे ही ऐश करते थे. जिसकी शिकायत मिलने पर पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया. जबकि महिला अभी भी फरार है. इतना ही नहीं दंपति की कमाई का ये तरीका जानकर पुलिस के भी होश उड़ गए. इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब पता चला कि दंपति का दिखाया हुआ मैसेज फेक है. जिसके बाद शोरूम की शिकायत पर युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं पुलिस पूछताछ के दौरान युवक ने कई चौंकाने वाले राज खोले हैं.
ऐसे किया दंपति ने फर्जीवाड़ा
एसीपी शैव्या गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि फेज तीन थाना इलाके के क्लियो काउंटी सोसाइटी में राजदेव पत्नी कोयल देव के साथ फ्लैट लेकर रहते हैं. इस फ्लैट का किराया 55 हजार रुपये है. दंपति सेक्टर-63 में डेवेक्स नाम की एक सॉफ्टवेयर कंपनी चलाते हैं. दंपती ने बीते साल 10 अगस्त को सेक्टर-5 के सागर मोटर्स से 11 हजार रुपये देकर टाटा सफारी ऑनलाइन बुक कराई. इसके लिए दंपति ने निजी बैंक के खाते का चेक सागर मोटर्स के नाम से निर्गत किया. फिर फर्जीवाड़े की योजना बनाकर दोनों ने तुरंत संबंधित चेक को वापस करा लिया और एक फर्जी मैसेज बनाकर सागर मोटर्स के खाते में 26 लाख रुपये का भुगतान दिखा दिया. फर्जी भुगतान दिखाकर दंपती ने टाटा सफारी की डिलीवरी ले ली. बाद में सागर मोटर्स द्वारा की गई जांच में पता चला कि राजदेव की तरफ से जो चेक निर्गत किया गया था वो क्लियर ही नहीं हुआ है. आरोपियों ने जो मैसेज अपने मोबाइल में एजेंसी को दिखाया था वह भी फेक था. टाटा मोटर्स के बैंक अकाउंट में चेक क्लियरेंस के दौरान रूपये का भुगतान कुछ समय के लिए शो हुआ था. जिसका फायदा उठाकर आरोपी ने सफारी की डिलीवरी ले ली. हालांकि आरोपी के खाते से किसी भी प्रकार का कोई भुगतान सागर मोटर्स के खाते में नहीं किया गया था.
पति की गिरफ्तारी के बाद आरोपी पत्नी फरार
वहीं जब कंपनी की आंतरिक रिपोर्ट में इस पूरे फर्जीवाड़े का पता चला तो फेज वन थाने में राजदेव और उनकी पत्नी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया. पुलिस ने शुक्रवार को मुख्य आरोपी राजदेव को गिरफ्तार कर लिया. पति की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही पत्नी फरार हो गई. पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि वह पत्नी के साथ मिलकर पूर्व में भी इसी तरह का फर्जीवाड़ा कर चुका है. इससे पहले दंपति राणा मोटर्स नोएडा से ग्रैंड विटारा और नजफगढ़ रोड दिल्ली गैलेक्सी टोयोटा से ओयोटा हाइलक्स कार की डिलीवरी ले चुका है. तब दंपति ने 22 लाख की र्गेंड विटारा और 30 लाख की टोयोटा हाईलक्स की धोखाधड़ी की थी. बता दें कि इस बार नोएडा से फर्जीवाड़ा कर खरीदी गई 26 लाख के टाटा सफारी को आरोपियों ने 12 लाख रुपये में बेचा है.