नोएडा के जेवर में तैयार किए गए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का ट्रायल कई मायनों में ऐतिहासिक है. ट्रायल के साथ ही इस एयरपोर्ट ने कई खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं. सबसे पहले तो इस एयरपोर्ट ने सबसे कम समय में ट्रायस किया है. निर्माण शुरू होने के बाद मात्र तीन साल, दो महीने और 11 दिन में इस एयरपोर्ट का ट्रायल शुरू हो गया. देखा जाए तो इतने कम समय देश में किसी भी एयरपोर्ट का ट्रायल शुरू नहीं हे.
रिकॉर्ड समय में शुरू हुआ ट्रायल
इस एयरपोर्ट पर अप्रैल 2025 से फ्लाइट संचालन की तैयारी की जा रही है. माना जा रहा है कि इसी डेडलाइन पर इसका संचालन शुरू हो जाएगा. बता दें कि पहले संचालन की तारीख अक्टूबर 2024 थी. पहली डेडलाइन मिस होने के बाद भी रिकॉर्ड समय में इस एयरपोर्ट का ट्रायल शुरू हो गया है,
23 साल बाद प्रोजेक्ट का प्रस्ताव हुआ तैयार
जेवर में तैयार हो रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का प्रस्ताव जमीन पर उतरने में 23 साल का समय लगा. करीब 23 साल पहले 2001 में इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव तैयार किया गया था लेकिन अलग-अलग पार्टी की सरकारों की रस्साकसी में इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव सैद्धांतिक मंजूरी तक नहीं पहुंच पाया.
एयरपोर्ट का प्रस्ताव तैयार होने से अब तक ये हुआ
2001 में तत्कालीन सीएम राजनाथ सिंह के कार्यकाल में इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव तैयार हुआ.
2004 में यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव ने इस प्रोजेक्ट को आगरा ले जाने की इच्छा जताई थी.
2010 में सीएम रहीं मायावती ने रक्षा मंत्रालय से इसका क्लीरियंस लिया.
2015 में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव में यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी को जमीन खरीदने के लिए 5000 करोड़ रुपये जारी किए थे।
2017 में हवाई अड्डे के लिए निर्माण साइट की अनुमति मिली साथ ही गृह मंत्रालय द्वारा इमीग्रेशन एनओसी दी गई.
2018 में नागर विमानन मंत्रालय द्वारा सैद्धांतिक मंजूरी मिली.
2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध संस्थान ग्रेटर नोएडा के उद्घाटन समारोह में एयरपोर्ट के शिलान्यास की घोषणा की.
2019 में ही एयरपोर्ट की प्रस्तावित साइट पर जमीन पर कब्जा लेना शुरू किया.
2020 मे ज्यूरिख कंपनी के साथ एयरपोर्ट के निर्माण के लिए करार किया गया.
25 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास किया.
9 दिसंबर 2024 को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे पर विमान की सफल लैडिंग हो गई.इसके बाद अप्रैल 2025 में इसके संचालन की तैयारी की जा कगज.