गृहमंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर दिए गए भाषण पर विपक्ष और सत्ता पक्ष में ठन गई है। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल संसद से लेकर हर जगह विरोध में उतर आए हैं। सत्र के 19वें दिन संसद के दोनों सदनों में भी हंगामा हुआ। भीमराव आंबेडकर के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा दोनों ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। इस दौरान दोनों दलों के सांसदों के बीच मकर द्वार पर धक्कामुक्की की सूचना है।
मुकेश राजपूत आईसीयू में भर्ती
इस दौरान भाजपा सांसद प्रताप सारंगी सांसद मुकेश राजपूत भी घायल हो गए। राजपूत आरएमएल अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। सारंगी का इलाज भी इसी अस्पताल में चल रहा है। घायल सांसद ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया, जो मेरे ऊपर गिरे। वहीं, राहुल ने कहा कि हां! ऐसा हुआ। वे हमें प्रवेश द्वार पर रोकने की कोशिश रहे थे। मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी के साथ भी धक्कामुक्की हुई।
ससंद भवन परिसर में आमने सामने हुए दोनों दल
दरअसल, गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर कांग्रेस ने संसद भवन परिसर में मार्च निकाला। वहीं, भाजपा ने कांग्रेस पर झूठ की राजनीति का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान संसद भवन के मकर द्वार पर दोनों दलों के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हो गई।
राहुल गांधी ने अंदर नहीं जाने देने पर हुई धक्का-मुक्की
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैं संसद के प्रवेश द्वार से अंदर जाने की कोशिश कर रहा था। भाजपा सांसद मुझे रोकने, धक्का देने और धमकाने की कोशिश कर रहे थे। इसलिए यह हुआ। मल्लिकार्जुन खरगे को धक्का दिया गया। प्रियंका गांधी को भी धक्का दिया गया। हालांकि, धक्का-मुक्की से हम प्रभावित नहीं हुए। यह प्रवेश द्वार है और हमें अंदर जाने का अधिकार है। मुख्य मुद्दा यह है कि वे संविधान पर हमला कर रहे हैं और आंबेडकर की स्मृति का अपमान कर रहे हैं।
गृहमंत्री ने ये कहा था
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में बाबा साहब और मंत्रिमंडल से उनके इस्तीफे पर भी बात की। अमित शाह ने कहा था कि, ‘अभी एक फैशन हो गया है. अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता है। अंबेडकर का नाम अभी 100 बार ज्यादा लो परंतु साथ अपने अंबेडकर जी के प्रति आपका भाव क्या है, ये मैं बताता हूं. अंबेडकर जी ने देश की पहली कैबिनेट से इस्तीफा क्यों दे दिया? अंबेडकर जी ने कई बार कहा कि अनुसूचित जातियों और जनजातियों से हुए व्यवहार से मैं असंतुष्ट हूं। आर्टिकल 370 से मैं असहमत हूं, इसलिए मैं मंत्रिमंडल छोड़ना चाहता हूं।