ग्रेटर नोएडा: चाय की चुसकी का आनंद हर कोई लेना चाहता है, तभी तो चाय का धंधा कभी मंदा नहीं पड़ता। लेकिन आखिर कितना, चलो आपसे सवाल करते हैं कि आप दिन भर में कितनी चाय पी सकते हैं। दो, चार, दस बस… लेकिन इस हिसाब से इतनी चाय की कीमत साल भर में भी कुछ हजार रुपए ही होगी। शायद आपके पूरे परिवार या फिर कहें की पूरे मोहल्ले की चाय की ख़र्च भी साल में कुछ हजार रुपये की ही होगी। लेकिन कोई आप से कहे कि सरकारी दफ्तर में ऐसा नहीं है। यहां के बाबू और अफ़सर कुछ हजार या फिर लाख की नहीं, बल्कि लाखों की चाय साल भर में पी जाते हैं। तो शायद आप पूछेंगे कैसे? क्या कोई चाय, दूध की तरह थोड़ी ना पीता है। जिसका बिल लाखों में हो जाए। ऐसा ही कुछ मज़ेदार और चौंकाने वाला मामला ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से सामने आया है। जहां सरकारी बाबुओं और अधिकारियों ने बैठकों का हवाला देकर दो साल में पूरे 71 लाख रुपये की चाय पी गये।
एक महीने में पौने चार लाख की चाय
एक-एक महीने में पौने चार लाख रुपये का बिल बनाया गया है। ये बिल क्षेत्रीय किसानों और अन्य लोगों के साथ बैठकों में पी गई है। ऐसा जवाब आरटीआई में दिया गया। दरअसल प्राधिकरण कार्यालय में समय-समय पर बैठक का आयोजन किया जाता है। बिल का ठीकरा किसानों के साथ होने वाली बैठक पर भी फोड़ा गया है।