एक ओर जहां किसानों का MSP से लेकर तमाम मुद्दे को लेकर प्रदर्शन जारी है तो वहीं दूसरी ओर अब ग्रेटर नोएडा में भी किसानों ने हल्लाबोल दिया है, साथ ही 23 फरवरी के लिए बड़ा ऐलान भी किया है. जिसको लेकर शासन-प्रशासन के भी हाथ पांव फूल गए है. बता दें पिछले कई दिनों से हरियाणा-पंजाब के किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे है. वहीं हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है. इस बीच ग्रेटर नोएडा में किसानों ने एक बड़ी महापंचायत का आयोजन किया जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई साथ ही दिल्ली कूच की रणनीति बनाई गई.
160 गांवों के किसान होंगे शामिल
बता दें ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर सैकड़ों किसानों की चल रही महापंचायत में शासन-प्रशासन द्वारा की जा रही लापरवाही के मुद्दे की गूंज सुनाई दी. इस महापंचायत में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई. किसान नेता सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में आयोजित बैठक में किसानों ने बड़ी रणनीति बनाई. साथ ही प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए 23 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान किया है. किसान नेता सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में 160 गांवों के किसान इस दिल्ली कूच में शामिल होंगे. जिसको लेकर प्रशासन की मुश्किलें बढ़ी हुई है.
इन मांगों लेकर प्रदर्शन
रिपोर्ट्स के मुताबिक किसान नेता ने जिला प्रशासन पर किसानों को लगातार गुमराह करने का आरोप लगाय, किसानों ने एक सुर में आवाज मिलाते हुए कहा कि प्रशासन ने 18 फरवरी तक 10% आबादी प्लाट नए कानून को लागू करने एवं आबादी नियमावली में संशोधन करने के संबंध में हाई पावर कमेटी के गठन करने का आश्वासन दिया था, लेकिन उस पर कोई फैसला नहीं लिया गया. एसीपी के माध्यम से 18 फरवरी को कमिश्नर द्वारा सूचना पहुंचाई गई कि तीन दिन का वक्त और लगेगा मांगे गए वक्त पर पंचायत में विचार किया और तीन दिन का वक्त देते हुए 23 तारीख से किसानों के दिल्ली कूच का ऐलान किया गया है