अगर हम आपसे ये कहें कि विदेश में आपकी जान को खतरा है तो क्या आप वहां जाना चाहेंगे, नहीं ना! हम ऐसा इसलिये कह रहे हैं क्योंकि अमेरिका में भारतीयों की मौत की घटनाएं आये दिन बढ़ती जा रही हैं। अमेरिका में पिछ्ले करीब 1 महीने में ही 4 भारतीय छात्रों और 3 भारतीय मूल के लोगों की मौत हो चुकी है और एक अन्य भारतीय छात्र पर हमला भी हुआ। लगातार हो रहे इन हमलों पर व्हाइट हाउस ने कहा “कि नस्ल, लिंग या किसी भी आधार पर हिंसा अमेरिका में अस्वीकार्य है।” व्हाइट हाउस में अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के स्पोक्स पर्सन जॉन किर्बी ने कहा “कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनका प्रशासन इन हमलों को रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है।”
कब-कब हुई भारतीयों की मौत और हमले
2 फरवरी 2024 को भारतीय छात्र श्रेयस रेड्डी बेनिगर की ओहायो के लिंडनर स्कूल ऑफ बिजनेस में मौत हो गई। जिसकी वजह अब तक सामने नहीं आ सकी। न्यूयॉर्क स्थित भारतीय कॉन्सुलेट ने जानकारी देते हुए कहा था कि” श्रेयस बिजनेस की पढ़ाई कर रहा था। उसकी मौत की खबर से दुखी हैं। इस मामले में पुलिस की जांच चल रही है।”
4 फरवरी 2024 को इंडियाना राज्य में एक पार्क में समीर कामथ नाम के भारतीय-अमेरिकी छात्र का शव मिला। उसने मास्टर्स की पढ़ाई पूरी की थी और PhD कर रहा था। उसके पास भारत के साथ अमेरिका की भी नागरिकता थी।
4 फरवरी 2024 को ही शिकागो में हुई थी। जब भारतीय छात्र सैयद मजाहिर अली घर से खाना लेने निकला था तभी उस पर हमला हुआ था। घटना का एक वीडियो सामने आया था। इसमें 3 हमलावर छात्र का पीछा करते नजर आए थे। इसके बाद तीनों ने उसे बुरी तरह पीटा और फोन छीन कर भाग गए। वीडियो में छात्र खून से लथपथ नजर आया रहा था।
7 फरवरी 2024 को अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में भारतीय मूल के 41 साल के विवेक तनेजा एक रेस्टोरेंट के बाहर बेहोश की हालत में मिले थे। पुलिस ने कहा कि ” 2 फरवरी को रेस्टोरेंट के बाहर विवेक का एक शख्स से झगड़ा हुआ था। दोनों के बीच मारपीट हुई थी। जब हम वहां पहुंचे तो विवेक बेहोशी की हालत में मिले। जमीन पर गिरने की वजह से उनके सिर पर गहरी चोट आई थी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां 5 दिन बाद 7 फरवरी को उनकी मौत हो गई।”
15 फरवरी 2024 को अमेरिका के अलबामा के शेफील्ड में विलियम जेरेमी मूर नाम के शख्स ने भारतीय मूल के हिलक्रेस्ट होटल के मालिक प्रवीण रावजीभाई पटेल को गोली मार दी। दोनों का कमरा किराए पर लेने को लेकर विवाद हो गया था। आरोपी को स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
16 जनवरी 2024 को अमेरिकी राज्य जॉर्जिया में 25 साल के भारतीय छात्र विवेक सैनी की हत्या कर दी गई थी। फॉक्स न्यूज के मुताबिक 25 साल के छात्र विवेक के सिर पर एक बेघर शख्स जूलियन फॉकनर ने हथौड़े से 50 बार वार किया था। विवेक एक फूड मार्ट में काम करता था। उस स्टोर के बाहर जूलियन आता था। विवेक और स्टोर के बाकी कर्मचारियों ने इस बेघर शख्स को रहने के लिए जगह दी थी। वह यहीं रहता था, लेकिन 16 जनवरी को विवेक ने जब उसे जगह खाली करने के लिए कहा तो उसने गुस्से में शख्स ने विवेक की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
20 जनवरी 2024 को अकुल धवन का शव इलिनोइस अर्बाना-शैंपेन यूनिवर्सिटी के बाहर मिला था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसकी मौत ठंड लगने की वजह से हुई। रिपोर्ट में कहा गया- अकुल की मौत की वजह हाइपोथर्मिया थी। शव मिलने से पहले अकुल धवन के लापता होने की खबर थी। इसके बाद धवन के माता-पिता ने यूनिवर्सिटी पर लापरवाही का आरोप लगाया था।
28 जनवरी 2024 इंडियाना राज्य में भारतीय छात्र नील आचार्य की मौत हो गई थी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, उन्हें 28 जनवरी की सुबह करीब 11:30 बजे पर्ड्यू यूनिवर्सिटी कैंपस पर एक शव दिखने की खबर मिली थी। इसके बाद पुलिस ने नील की मौत की पुष्टि की थी। वो 12 घंटे से गायब था। उसकी मां गौरी आचार्य ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी थी। उसकी मौत की वजह भी सामने नहीं आई है।