लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष ने अपने स्पीकर पद के दावेदार को मैदान में उतार दिया है। 26 जून को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ प्रोटेम स्पीकर अगले अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए मतदान कराएंगे। लोकसभा में स्पीकर पद के लिए बीजेपी की ओर से सांसद ओम बिरला और कांग्रेस की तरफ से वरिष्ठ नेता सुरेश सांसद कोडिकुन्निल सुरेश ने नामांकन भरा है। 72 साल में ये तीसरी बार होगा, जब लोकसभा स्पीकर को लेकर चुनाव होंगे। इससे पहले 1952, 1976 में स्पीकर पद को लेकर चुनाव हो चुके है।
क्यों नहीं हो सकी आपसी सहमति
सत्ताधारी पार्टी एनडीए ने स्पीकर पद के लिए आपसी सहमति के लिए कोशिश की थी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजस्थान सिंह और सांसदी कार्य मंत्री रिजिजू ने इंडिया गठबंधन के नेताओं से अलग-अलग मुलाकात की और फोन से बातचीत भी की। लेकिन आपसी सहमति नहीं बन सकी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आपसी सहमति के लिए इंडिया गठबंधन ने एनडीए से डिप्टी स्पीकर पद की मांग की थी। लेकिन इसको लेकर एनडीए गठबंधन तैयार नहीं हुआ और बात बिगड़ गई।
विपक्ष ने अपने प्रत्याशी का किया ऐलान
इंडिया गठबंधन की ओर से लोकसभा स्पीकर के लिए प्रत्याशी का ऐलान किया गया। कांग्रेस नेता के सुरेश के नाम को फाइनल कर दिया। आपको बता दें, के.सुरेश 8 बार के सांसद हैं। ऐलान के कुछ देर बाद ही के.सुरेश ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। इससे पहले ओम बिरला ने स्पीकर पद के लिए नांमाकन किया। उनके साथ बीजेपी नेता राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा लोकसभा सेक्रेटरी जनरल रूम में पहुंचे और नॉमिनेशन करवाया। सत्ता पक्ष के पास पूर्ण बहुमत है। एनडीए के पास 292 सांसदों का समर्थन है।