लहसुन के भाव आज-कल आसमान पर पहुंच चुके हैं। जिससे लहसुन उत्पादकों की चांदी ही चांदी है। किसान अपनी फसलों को सोने-चांदी की तरह बचा कर रहे हैं। दरअसल उज्जैन सहित पूरे प्रदेश में लहसुन उत्पादक किसानों में इस वक्त खुशी की लहर है। अगर हम ये कहें कि सोने के भाव लहसुन बिक रहा है, तो गलत नहीं होगा। वहीं किसानों को खेतों में खड़े लहसुन की रखवाली की चिंता भी सता रही है। ऐसे में उज्जैन के किसानों ने खेतों में लहसुन की फसल को चोरों से बचाने के लिए अनोखा तरीका अपनाया है। जिसके लिए किसान सीसीटीवी कैमरे और बंदूक के साए में फसल की निगरानी रख रहे हैं। वहीं लोगों को भगाने के लिए कुत्ते भी खेत में छोड़ रखे गए हैं।
नेपाल में लहसुन की कीमत दोगुना कम
छिंदवाड़ा के मोहखेड़ क्षेत्र के सांवरी में किसानों ने निगरानी के लिए खेतों में सीसीटीवी कैमरे लगवा लिए हैं। जिससे खेत में लगी फसलें और खेत में काम कर रहे मजदूरों की निगरानी की जा रही है। फसल निकल जाने की बाद कैमरे खेतों से हटा लिए जाएंगे। बता दें कि इस वक्त भारत में कई जगहों पर लहसुन चार से पांच सौ रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत के मुकाबले नेपाल में लहसुन की कीमत दोगुना कम है।
लहसुन की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा
किसानों ने बताया कि खेत में सीसीटीवी कैमरे लगाने से लहसुन की चोरी को बचाया जा सकता है। खेत में काम कर रहे मजदूरों पर भी नजर रखी जा रही है। ऐसे में अगर चोरी या फिर कोई हादसा हो जाए तो उसे देख सकते हैं। इस बार लहसुन की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रही है। कम से कम एक एकड़ में पांच लाख की आमदनी हो रही है।