पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में एक बड़ा ट्रेन हादसा हो गया है। जहां पर अब-तक 15 लोगों के शव बरामद किए गए हैं, जिसमें दो लोको पायलट और एक गार्ड भी शामिल है। साथ ही 60 से ज्यादा लोग घायल है। सुबह करीब 9 बजे एक मालगाड़ी ट्रेन ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में कंचनजंगा एक्सप्रेस के 3 डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
सिग्नल देख रुकी गाड़ी, पीछे से मालगाड़ी ने मारी टक्कर
कंचनजंगा एक्सप्रेस अगरतला से पश्चिम बंगाल के सियालदह जा रही थी। एक्सप्रेस ट्रेन सिलीगुड़ी के रंगापानी स्टेशन के पास रुइधासा में रेड सिग्नल की वजह से रुकी हुई थी। इसी दौरान पीछे से आ रही मालगाड़ी ने टक्कर मार दी। अभी ये बताया जा रहा है कि मालगाड़ी के पायलट ने सिग्नल को अनदेखा किया, जिसकी वजह से ये बड़ी दुर्घटना हुई है।
जारी है रेस्क्यू ऑफरेशन
कंचनजंगा एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर बेहद भीषण थी। इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि मालगाड़ी के इंजन पर एक्सप्रेस ट्रेन का एक डिब्बा हवा में लटक रहा है। अन्य दो डिब्बे पटरी से उतर गए। रेस्क्यू ऑपरेशन में NDRF और SDRF समेत रेलवे और बंगाल के अधिकारी भी लगे हुए हैं। नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के CPRO सब्यसाची दे ने कहा- जिस ट्रैक पर हादसा हुआ है, उसे रात तक चालू कर दिया जाएगा। डाउन कंचनजंगा एक्सप्रेस भी रात में चलेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दिल्ली से दार्जिलिंग के लिए रवाना हो गए हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और सीएम ममता बनर्जी ने जताया दुख
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना को लेकर ट्वीट किया और लिखा- नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटीयर (NFR) जोन में हादसा दुखद है। रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है। रेलवे, NDRF और SDRF मिलकर काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
ममता बनर्जी ने भी एक्स पर लिखा कि, अभी अभी दार्जिलिंग जिले के फांसीदेवा क्षेत्र में एक दुखद रेल दुर्घटना की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। अभी और जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है। कंचनजंगा एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकरा गई। सहायता के लिए डीएम, एसपी, डॉक्टरों, एम्बुलेंस और आपदा टीमों को घटनास्थल पर भेजा गया है। युद्धस्तर पर बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
आपको बता दें, कंचनजंगा एक्सप्रेस एक डेली ट्रेन है। यह बंगाल को पूर्वोत्तर के शहरों सिलचर और अगरतला से जोड़ती है। यह मार्ग चिकन नेक कॉरिडोर में है, जो पूर्वोत्तर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है। एक्सीडेंट की वजह से कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। कंचनजंगा एक्सप्रेस का इस्तेमाल अक्सर पर्यटक दार्जिलिंग की यात्रा के लिए करते हैं।