Greater Noida: अगर आप सस्ता घी और पनीर दुकान से खरीद रहे हैं तो सावधान हो जाएं। क्योंकि नोएडा में देसी घी बता कर सस्ते दामों में नकली घी बेचा जा रहा था। सेक्टर-12 और सेक्टर-62 में दो दुकानों पर नकली देसी घी बेचने का खुलासा हुआ है। फूड डिपार्टमें की जांच में दोनों दुकानों पर बेची जा रही घी में विजातीय वसा जैसे वनस्पति तेल और एनिमल फैट की मिलावट पाई गई है। जो सेहत के लिए हानिकारक है। रिपोर्ट आने के बाद सेक्टर-12 की दुकान बंद करा दी है। जबकि सेक्टर-62 स्थित दुकान में घी की बिक्री पर रोक लगा दी है। इस मामले में एसीजेएम की कोर्ट में खाद्य विभाग ने वाद दायर किया है।
एक किलो घी पर एक किलो घी फ्री देता था दुकानदार
बता दें कि सेक्टर-12 के सी ब्लॉक में मोहम्मद साहिल की शुद्ध पनीर भंडार के नाम से दुकान पर ग्राहकों को 650 रुपये किलो देसी घी बेचा जा रहा था। साथ में एक किलो देसी घी मुफ्त भी दे रहा था। वहीं, 700 रुपये में एक किलो देसी घी के साथ एक किलो घी फ्री, 250 ग्राम पनीर और 250 ग्राम मटर का भी ऑफर दे रहा था। खाद्य विभाग की टीम ने 29 फरवरी को दुकान से देसी घी का नमूना लेकर लैब भेजा था, जिसमें भारी मात्रा में मिलावाट पाई गई है।
श्रीनंदन ब्रांड के घी में मिलावट
इसी तरह 27 फरवरी को सेक्टर-62 की आदर्श सब्जी मंडी स्थित हरीशचंद जनरल स्टोर पर खाद्य विभाग की टीम ने छापा मारा था। दुकान पर श्रीनंदन ब्रांड का प्रीमियम देसी घी की बिक्री की जा रही थी। घी का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया था। इसमें भी वनस्पति तेलों की मिलावट मिली है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों दुकानदारों के साथ-साथ निर्माण कंपनी के खिलाफ एसीजेएम कोर्ट में वाद दायर जाएगा।
नकली घी की ऐसे करें पहचान
नकली और असली घी जानने के लिए एक कटोरी में पानी लेकर गरम घी डाल दें। अगर घी कटोरी में नीचे बैठ जाए तो समझ जाएं कि नकली है और मिलावट की गई है. अगर आप जमीन पर भी पानी में घी डालेंगे तो ऊपर तैरने लगेगा। अगर घी हाथों पर रगड़ने से तुरंत पिघल जाए तो मतलब यह बिना मिलावट वाला असली घी है।