Greater Noida: गौतमबुद्ध नगर जिले के विकास भवन के खादी ग्रामोद्योग में तैनात वरिष्ठ सहायक हरीशचंद्र ने अपने अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाये हैं। सहायक वरिष्ठ सहायक हरीशचंद्र ने प्रभारी जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी अंबुज कुमार पर उसके वेतन रोकने और प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगाया है। इसके अलावा उसने अपने अधिकारी पर अनियमितता और रिश्वतखोरी के भी गंभीर आरोप लगाये हैं। हरीशचंद्र का आरोप है कि पिछले चार महीने से उसका वेतन रोक दिया गया है। जबकि विभाग की तरफ से उस पर कोई कार्रवाई भी नहीं की गई है। हरीशचंद्र का आरोप है कि अटेंडेंस रजिस्टर को भी ग्रामोद्योग अधिकारी अंबुज कुमार आलमारी में छिपाकर रखते हैं, ताकि वो अपना अटेंडेंस ना दर्ज करवा पाए।
“ताले में रखी जाती है उपस्थिति पंजिका”
वरिष्ठ सहायक हरीशचंद्र पिछले चार महीने से अपने वेतन को पाने के लिए दर-दर भटक रहा है। हरीशचंद्र का कहना है कि वेतन नहीं मिलने के चलते वो और उसका परिवार भूखे मरने को विवश हैं, जबकि जगह-जगह शिकायत दर्ज करवाने के बाद भी उसकी सुनवाई कही नहीं हो रही है। यही नहीं हरीशचंद्र का आरोप है कि हस्ताक्षर पंजिका को आलमारी के अंदर ताले में रखा जाता है, ताकि वरिष्ठ सहायक हरीशचंद्र अपनी उपस्थिति ना दर्ज करवा पाए।
रिश्वत लेने के भी लगाए आरोप
हरीशचंद्र ने बताया कि प्रभारी ग्रामोद्योग अंबुज कुमार और उनके सहायक मनोज कुमार उससे रिश्वत की मांग करते हैं। उन्होंने मनोज कुमार पर 62 हजार 500 रुपये रिश्वत के रूप में लेने का भी आरोप लगाया। सवाल ये कि इतने गंभीर आरोप के बाद भी प्रभारी ग्रामोद्योग पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं हुई और उसके वेतन को क्यों रोका गया।
“जबरन साइन करवाकर हड़प लिये सरकारी धन”
हरीशचंद्र का आरोप है कि उसने सिर्फ रिश्वत ही नहीं लिए, बल्कि सरकारी फंड का भी गलत तरीके से गबन कर लिया। हरीशचंद्र ने बताया कि जब उसके पास स्टेट फंड और जिला योजना का चार्ज था, तब सफाईकर्मियों के पैसे को फर्जी तरीके से चेक पर साइन करवाकर अंबुज कुमार गटक गये। जिसके बाद उसके चार्ज को छीनकर जबरन मनोज कुमार को दिलवा दिया। उन्होंने अंबुज कुमार पर और भी गंभीर आरोप लगाये हैं, हरीशचंद्र का आरोप है कि लेखा परीक्षक ऑडिट में भी अंबुज कुमार ने बड़ा हेर-फेर किया है।