Greater Noida: दिल्ली एनसीआर में तमाम भोले-भाले लोगों के एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करने वाले एक अभियुक्त को पुलिस ने पकड़ा है। पकड़े गए शातिर के अभी तीन साथी फरार हैं, पुलिस ने इस पूरे केस और इस गिरोह के काम करने के तरीके का खुलासा किया है। ये गिरोह महीने के शुरुआत में लोगों की सैलेरी निकलवाने के नाम पर पिन देख लेते थे। बाद में एटीएम बदलकर धोखाधड़ी करते थे। अपराधी के पास से 96 अलग-अलग कंपनियों के एटीएम कार्ड भी बरामद हुए हैं।
एटीएम कार्ड बदलकर करते थे टप्पेबाजी
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने शुक्रवार को एटीएम कार्ड बदलकर टप्पेबाजी करने वाले एक गिरोह के एक सदस्य को पकड़ने की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि ये गिरोह भोले-भाले लोगों के एटीएम कार्ड को बहाने से बदल देते थे। इसके बाद सिक्रेड पिन पता होने के चलते पास के एटीएम से पैसे निकाल लेते थे। ये गिरोह सालों से इस धोखाधड़ी को अंजाम दे रहा था।
एक शातिर हुआ गिरफ्तार, तीन की तलाश जारी
पुलिस ने बताया कि उन्होंने एक शातिर को गिरफ्तार कर लिया है। जिसकी पहचान खुर्शीद के तौर पर हुई है। ये अपने साथियों के साथ मिलकर एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करता था। इस गिरोह में तीन लोग और भी शामिल हैं, जिनके नाम आमिर, उमर, जुबैद बताए गए हैं। पुलिस फरार तीनों शातिरों की खोज कर रही है।
कैसे हुआ मामले का खुलासा
इस गिरोह का पर्दाफाश हाल ही में हुई एक धोखाधड़ी के बाद हुआ। पुलिस ने बताया कि इस गिरोह के सदस्यों ने हाल ही में एक व्यक्ति के साथ टप्पेबाजी करके एक एटीएम कार्ड से करीब 15 हजार रुपए निकाले, जिसके बाद इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ। इनका काफी पुराना आपराधिक इतिहास भी है। इनका पहला मामला साल 2019 में संज्ञान में आया था। पुलिस को अपराधी के पास से 96 अलग-अलग कंपनी के एटीएम कार्ड भी मिले हैं। पुलिस इस मामले में और खोजबीन कर रही है।
महीने की शुरुआत में करते थे धोखाधड़ी
इस गिरोह को नोएडा सेक्टर 63 थाना पुलिस ने किया है। ये लोग लोगों से सैलरी निकलवाने के नाम पर पिन देख लेते थे। इसके बाद लोगों से धोखाधड़ी करते थे। पुलिस ने बताया कि ये गिरोह महीने की शुरुआत में सबसे ज्यादा एक्टिव रहता था, क्योंकि महीने की शुरुआती तारीख 1 से लेकर 7 तक लोग सैलेरी निकालते हैं। पुलिस ने शातिर के पास से 51 सौ रुपए नकद और बलेनो गाड़ी भी बरामद की है।