Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में बिल्डर की धोखाधड़ी का मामला संज्ञान में आया है। मामले को लेकर बिल्डर के खिलाफ ग्रेटर नोएडा के थाना दादरी पुलिस ने केस भी दर्ज कर लिया है। पीड़ित ने बिल्डर पर प्लॉट के नाम पर धोखा करने का आरोप लगाया है।
बिल्डर की प्लॉट धोखाधड़ी के खिलाफ केस दर्ज!
ग्रेटर नोएडा में थाना दादरी पुलिस ने प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी मामले में केस दर्ज किया है। पुलिस द्वारा सर्वोत्तम बिल्डर ग्रुप के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार ग्रुप के सात निदेशकों को केस में नामजद किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिल्डर के ऊपर पीड़ित ने प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप लगा है।
5-5 लाख रुपए देकर पीड़ित ने बुक किए दो फ्लैट
प्लॉट के नाम पर धोखाधडी के पीड़ित रोहित पाल ने ग्रेटर नोएडा के थाना दादरी में अपनी शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें बताया है कि पीड़ित रोहित पाल ने एक विज्ञापन देखा, जिसके बाद उन्होंने सर्वोत्तम वर्ल्ड न्यू ओयडा आवास योजना प्रोजेक्ट में मेसर्स इन्वेस्टर क्लीनिक इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड नामक फर्म के माध्यम से 5-5 लाख रुपये देकर दो प्लॉट बुक कराए। पीड़ित ने ये भी कहा है कि बिल्डर विकास जैन, आशीष शर्मा, अमित सोनी, ममता, आशुतोष सिंह और कुछ लोगों ने पीड़ित को ये यकीन दिलाया कि सर्वोत्तम वर्ल्ड न्यू ओयडा आवास योजना प्रोजेक्ट सभी मानकों पर खरा उतरता है। जिसके बाद पीड़ित झांसे में आ गया और उसने आरोपियों को 5-5 लाख रुपये देकर दो प्लॉट बुक करा लिए।
कैसे हुआ मामले का खुलासा
उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण की सूचना के बाद इस धोखाधड़ी का पता पीड़ित चला है। दरअसल, उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण की तरफ से एक अधिसूचना जारी की गई थी, इस अधिसूचना में सर्वोत्तम वर्ड के विज्ञापन को भ्रामक और धोखाधड़ी पूर्ण बताया गया था। साथ ही इस प्रोजेक्ट में उल्लिखित तीन यूपी रेरा पंजीकरण संख्या अन्य प्रमोटर्स मेसर्स उत्तम स्टील एंड कंस्ट्रक्शन और मेसर्स अंसल हाई-टेक टाउनशिप के नाम पर पंजीकृत बताई गई। ये जानकारी जब पीड़ित को मिली, तो पीड़ित को अंदेशा हुआ और उसने आरोपियों से अपने दिए हुए पैसे वापस मांगे।
आरोपियों ने पीड़ित को धमकाया!
पीड़ित ने बताया है कि जब उसने अपने पैसे मांगे, तो आरोपियों ने पैसे नहीं दिए और पीड़ित धमकाया। जिसके बाद पीड़ित पुलिस के पास पहुंचा। इस मामले में पुलिस ने कहा कि बिल्डर विकास जैन, आशीष शर्मा, अमित सोनी, ममता, आशुतोष सिंह समेत सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।