Greater Noida Purvanchal Heights: ग्रेटर नोएडा के जीटा-1 में स्थित पूर्वांचल हाइट्स सोसाइटी में बैचलर्स पर ‘नो एंट्री’ लग गई है। यहां पर अब बैचलर लोगों को फ्लैट नहीं दिया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से ये कदम उठाया गया है।
बीते दिनों बैचलर्स की वजह से हुई थी समस्या
पूर्वांचल हाइट्स एसोसिएशन ऑफ फ्लैट अपार्टमेंट ओनर्स के मेंबर रचिन सक्सेना ने नॉव नोएडा से बातचीत में बताया कि सोसाइटी में पिछले दिनों कुछ बैचलर्स की वजह से काफी समस्या हो गई थी। जिससे सोसाइटी की शांति भंग हुई थी। पूर्वांचल हाइट्स सोसाइटी के रेजिडेंशियल सोसाइटी है, ऐसे में दिक्कतों को देखते हुए ये फैसला किया गया है कि बैचलर्स को यहां पर फ्लैट नहीं दिया जाएगा।
बैचलर लोगों की एंट्री के खिलाफ नहीं सोसाइटी
पूर्वांचल हाइट्स एसोसिएशन ऑफ फ्लैट अपार्टमेंट ओनर्स के मेंबर रचिन सक्सेना ने ये भी बताया कि सोसाइटी के लोग और पॉलिसी बैचलर लोगों के खिलाफ नहीं है, लेकिन ये एक ऐसी सोसाइटी है, जहां पर लोग परिवार के साथ रहते हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी की सुरक्षा की दृष्टि से सोसाइटी में सभी चीजों का ध्यान दिया जाता है।
सोसाइटी में चल रहा चेकिंग अभियान
पूर्वांचल हाइट्स सोसाइटी में कुल 336 घर हैं, ऐसा बताया गया है। सोसाइटी में बनाई गई नई पॉलिसी के हिसाब से सोसाइटी के सभी घरों में तलाशी ली जा रही है और उन्हें नए नियम की जानकारी भी दी जा रही है। इस दौरान लोगों को कुछ जगहों पर बैचलर लोग मिले हैं। जिन्हें वैरिफिकेशन के लिए कहा गया है। ये लोग कहां काम करते हैं, मूल रुप से कहां के निवासी है और किसका सोसाइटी में आना-जाना है। इन सारी चीजों का वैरिफिकेश होगा।
सोसाइटी के लोगों को इस चीजों से है दिक्कत!
सोसाइटी में लोग परिवार संग रहते हैं, ऐसे में बैचलर लोग लेट नाइट पार्टी करते हैं। लेट नाइट आना-जाना होता है। साथ ही वो अन्य गैर-कानूनी चीजों में भी शामिल हो सकते हैं। इस सब से बचाव के लिए ये कदम उठाया गया है। जो बैचलर सोसाइटी में रह रहे हैं, उन्हें बाहर नहीं किया जाएगा। उनका पूरी तरह से वैरिफिकेशन होगा। लेकिन सोसाइटी ने नया नियम बनाया है कि अब कोई नया बैचलर सोसाइटी में नहीं रखा जाएगा। ये सोसाइटी सुरक्षा के लिए ही प्रसिद्ध है। ऐसे में अगर कोई दिक्कत होती है, तो शांति भंग होगी। पूर्वांचल हाइट्स एसोशिएशन ऑफ फ्लैट अपार्टमेंट ओनर्स के मेंबर रचिन सक्सेना ने ये भी बताया कि सोसाइटी में किसी को भी इस नियम से कोई दिक्कत नहीं है।