Mahakumbh में आये टच बाबा कौन, जिनके छूने से बीमारी हो रहीं छूमंतर? पढ़ें

- Nownoida editor3
- 28 Jan, 2025
महाकुंभ में आस्था, भक्ति और साधना का अनोखा समागम देखने को मिल रहा है. वहीं इस समागम में दूर- दूर से पहुंचे बाबाओं के अनोखे स्वरूप भी देखने को मिल रहे हैं. इन्हीं में से एक हैं ब्लेसिंग बाबा. जिनके दावे सबसे अलग हैं.
बाबा स्पर्श से ठीक कर देते हैं बीमारियां
महाकुंभ नगर के सेक्टर 20 में स्वस्तिक द्वार के पास लगी श्रद्धालुओं की भीड़ में हर शख्स के चेहरे पर एक अजीब सा तनाव दिखाई दे रहा है. कोई सिर पकड़कर खड़ा है, तो कोई पैर. यहां बने शिविर के अंदर दाखिल होते ही आपको मिलेंगे एक सामान्य व्यक्ति जिनके शरीर पर ना तो भभूत है और ना ही भगवा रंग का वस्त्र धारण किया है. बस गले में चंद माला और एक सामान्य सी कुर्सी है. जिस पर बाबा बैठे हुए हैं. बताया जा रहा है कि ये ओडिशा के भुवनेश्वर से आए बाबा आर्तत्राण हैं. जिनका ये दावा है कि वह अपने स्पर्शमात्र से ही बड़ी से बड़ी बीमारियों को ठीक कर देते हैं.
साल 2011 से कर रहे डिवाइन ट्रीटमेंट
ओडिशा के भुवनेश्वर से महाकुंभ में पहुंचे बाबा आर्तत्राण ने कहा कि उन्हें ईश्वरीय अनुकम्पा और मंत्रों की शक्ति से असाध्य बीमारियों का इलाज करने की दिव्य शक्ति प्राप्त है. बाबा सबसे पहले मरीज से पूछते हैं कि क्या समस्या है. इसके बाद वह प्रभावित अंग पर हाथ रखकर या स्पर्श कर उसे ठीक करने का दावा कर रहे हैं. माइग्रेन, साइटिका, मानसिक तनाव जैसी बीमारियों का स्पर्श से ही इलाज कर देते हैं. बाबा का दावा है कि वह साल 2011 से डिवाइन ट्रीटमेंट कर रहे हैं. अभी तक बाबा 24 लाख से ज्यादा लोगों का इलाज कर चुके हैं. इतना ही नहीं बाबा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अपनी इस शक्ति और दावे को लेकर ट्वीट किया था. बाबा ने देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोगों का इलाज किया है.
बिना दवा, बिना इंजेक्शन बीमारी से छुटकारे का दावा
आर्तत्राण बाबा का ये दावा है कि उनके मंत्रों से लोगों की मामूली से लेकर गंभीर बीमारियां तक ठीक हो जाती हैं. वह इसके लिए ना तो कोई दवा देते हैं और ना ही कोई इंजेक्शन. बस उनकी ब्लेसिंग थेरेपी का ही नतीजा है कि उनके पास आने वाले मरीज रोग मुक्त हो जाते हैं. बाबा अपनी सेवा के लिए मरीज से एक रुपया भी नहीं लेते और मुफ्त इलाज करते हैं. इसके साथ ही बाबा मेडिकल साइंस को चुनौती देते हुए कहते हैं कि मेडिकल साइंस चाहे तो मेरे ऊपर शोध कर ले. मैं अपने दावे का इम्तिहान देने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं.
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