BDS छात्रा सुसाइड मामला: छात्रों-परिजनों का हंगामा, पुलिस ने जमकर पीटा, दो टीचर गिरफ्तार, सुसाइड नोट और छात्राओं ने बताई टॉर्चर की कहानी
- Nownoida editor2
- 19 Jul, 2025
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के शारदा यूनिवर्सिटी में छात्रा आत्महत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. मृतक छात्रा ज्योति के परिजन यूनिवर्सिटी के गेट पर धरने पर बैठ गए. ज्योति शर्मा की मां ने यूनिवर्सिटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. वहीं विरोध प्रदर्शन कुछ छात्रों को पुलिस ने बुरी तरह पीटा है.
यूनिवर्सिटी पर लापरवाही का आरोप
सुबह जैसे ही ज्योति शर्मा के आत्महत्या की खबर यूनिवर्सिटी के छात्रों तक पहुंची, सभी विरोध करने एकजुट हो गए और यूनिवर्सिटी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. ज्योति शर्मा के परिजन भी छात्रों के साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए. ज्योति शर्मा के परिजन, छात्र और स्थानीय लोगों ने विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया. इन्होंने यूनिवर्सटी पर लगाया लापरवाही का आरोप लगाया है.
आरोपी दोनों टीचर गिरफ्तार
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए शारदा यूनिवर्सिटी ने आरोपी दोनों प्रोफेसर को निलंबित कर दिया. ग्रेटर नोएडा के एडिशनल डीसीपी सुधीर कुमार भी मौके पर पहुंचे. यूनिवर्सिटी में मौके पर भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है. पुलिस ने दोनों आरोपी टीचर को गिरफ्तार कर लिया है. विरोध कर रहे कुछ छात्रों को पुलिस ने दौड़ा दौड़ाकर बुरी तरह से पीटा. उनके कपड़े फाड़ दिए गए.
सुसाइड नोट में लिखी ये बात
ज्योति शर्मा BDS सेकेंड ईयर की छात्रा थी. आत्महत्या मामले में छात्रा के सुसाइड नोट भी सामने आए हैं. जिसमें ज्योति शर्मा ने लिखा है कि “अगर मेरी मौत हुई तो, इसके लिए पीसीपी और डेंटल मेडिकल के टीचर जिम्मेदार होंगे. महेंद्र सर र शैरी मैम मेरी मौत के जिम्मेदार हैं. उन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, मुझे अपमानित किया. उनकी वजह से लंबे समय से डिप्रेशन में हूं. मैं चाहती हूं कि उन्हें भी यह सब सहना पड़े. सॉरी... मैं अब और नहीं जी सकती”.
इस अवस्था में मिला था शव
बता दें कि गर्ल्स हॉस्टल मंडेला की 12वीं मंजिल पर कमरे में पंखे से लटका हुआ छात्रा का शव मिला था. जब शाम को छात्रा उसके कमरे के पास गए तो कमरा के दरवाजा बंद था. दरवाजा को छात्रा ने धक्का दिया तो खुल गया. अंदर का दृश्य देखकर उनके होश उड़ गए. छात्राओं ने तुरंत पुलिस और वार्डन की इसकी सूचना दी. जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और शव को पंखे से उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
छात्रों ने बताई टॉर्चर की कहानी
छात्रों का कहना है कि ज्योति पर टीचर ने फर्जी सिग्नेचर करने का आरोप लगाया था. वहीं, गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को लगातार तीन दिनों तक उसे प्रीक्लिनिकल प्रोस्थो डॉट (पीसीपी) डिपार्टमेंट से भगा दिया गया था. जिससे वह परेशान चल रही थी. सोमवार को उसके माता पिता आए, तब जाकर ज्योति को उसकी फाइल मिली. शुक्रवार शाम को वह रो रही थी. उसे फेल करने की धमकी दी जा रही थी.
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