गाजियाबाद में फर्जी तरीके से चल रहा था दूतावास, डिप्लोमेटिक नंबर वाली गाड़ियों के साथ 44 लाख कैश बरामद, 34 देशों के फर्जी दस्तावेज जब्त
- Sajid Ali
- 23 Jul, 2025
Noida: STF की नोएडा यूनिट ने बड़े जलसाज को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है. आरोपी अवैध रूप से दूतावास चल रहा था. लोगों की विदेश में नौकरी लगने के नाम पर ठगी करता था. मकान के अंदर अवैध रूप से बेस्ट आर्कटिक दूतावास चल रहा था. खुद को कई देशों का एम्बेसडर बताता था.
लोगों पर ऐसे जमाता था प्रभाव
नोएडा एसटीएफ ने फर्जी दूतावास चलाने वाले का खुलासा किया है. यह जालसाज अपनी गाड़ियों पर डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट लगाकर चलता था और लोगों पर प्रभाव डालता था. प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और अन्य गणमान्य लोगों के साथ मॉर्फ की हुई फोटो भी दर्शाया करता था. हवाला के कारोबार से जुड़े होने के भी सबूत मिले हैं.
12 डिप्लोमेटिक पासपोर्ट,
34 देशों की मुहर जब्त
आरोपी हर्षवर्धन पूर्व में चंद्रास्वामी और अदनान खशोगी नाम के आर्म्स डीलर्स
के साथ भी मिलकर काम करता था. हर्षवर्धन के पास से अवैध सेटेलाइट फोन भी बरामद
किया गया है. डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट के साथ चार गाड़ियां, 12 डिप्लोमेटिक पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मोर लगे हुए फर्जी
दस्तावेज, विभिन्न देशों
और कंपनियों की 34 मुहर, 44 लाख कैश, 18 डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट बरामद किए गए हैं.
किराए के मकान में चलाता था दूतावास
एसटीएफ के एसएसपी सुशील धुले ने कहा कि हर्षवर्धन कवि नगर के केबी-35 में
किराए किराया पर रहता है. जहां पर वह वेस्ट आर्कटिक दूतावास चला रहा था. वह खुद को
वेस्ट आर्कटिक, सबोरगा, पुलावाविया, लोडोनिया देशों का कॉन्सुलर एंबेसडर
बताता है. इन नामों के के कोई देश है ही नहीं. आरोपी डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट लगा
गाड़ियों से चलता था.
हवाला कारोबार का खुलासा
एसएसपी ने कहा कि हर्षवर्धन लोगों को प्रभावित करने के लिए पीएम मोदी, राष्ट्रपति और कई लोगों के साथ अपनी मॉर्फ
तस्वीर का इस्तेमाल करता था. हर्षवर्धन का मुख्य काम लोगों को दूसरे देशों में काम
दिलाने के नाम पर दलाली करना और शेल कंपनियों के जरिए हवाला रैकेट चलाना था.
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