‘खास’ दोस्तों के साथ रहना और ‘खास’शौक रखना आदमी को क्या नहीं करवा देता है। आगर आपको भी भरोसा नहीं हो रहा है, तो नोएडा की ये घटना देख लीजिए। यहां टीसीएस जैसी कंपनी में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को शराब और लड़कियों की लत ऐसी लग जाती है कि उसको खुद की कमाई कम लगने लगती है। बता दे कि उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर खुद के अपहरण की साजिश रची और अपने ही पिता से 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी। हालांकि, मोलभाव के बाद 15 हजार टका पर समझौता हुआ।
Noida Crime: नोएडा के थाना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले इंजीनियर ने नशे की लत और डेटिंग जैसे शौक पूरे करने के लिए खुद के अपहरण की साजिश रची।पहले उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर खुद का अपहरण करवाया फिर उसने मोबाइल से मां को फोन कर बेटे को जान से मारने की धमकी दी और फिरौती मांगी। लेकिन पुलिस की गहनता जांच के बाद इंजीनियर ही साजिशकर्ता के रूप में पकड़ लिया गया। फिर पुलिस ने इंजीनियर और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया।
50 लाख से घटकर 15 हजार पर मानें…
पुलिस ने उन्हें बार्गेनिंग करने की सलाह दी। जब शुभम के पिता ने मोलभाव करना शुरू किया तो 24 घंटे के अंदर कीमत 50 लाख रुपये से घटकर 15 हजार रुपये पर आ गई। फिर लेन-देन का स्थान निर्धारित किया जाता है। शुभम के पिता मौके पर पहुंचते हैं और अपहरणकर्ता भी पैसे लेने आता है। मामला पुलिस के संज्ञान में होने के कारण पुलिस भी थोड़ी दूरी पर तैनात थी। पुलिस मौके से एक युवक को गिरफ्तार कर थाने ले आई और कुछ देर खातिरदारी करने के बाद युवक ने कहा कि वह तो सिर्फ एक मोहरा था. इस घटना का मुख्य योजनाकार शिकायतकर्ता का बेटा है।
लोकेशन ट्रैकिंग कर आरोपियों को पकड़ें…
शुभम के मोबाइल फोन की लोकेशन रेवाडी बताई जा रही है। इसके बाद पुलिस ने शुभम और उसके साथियों अंकित और संदीप को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की दो टीमें अन्य दो फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हैं।
बेटे का सच जानकर उड़े होश…
घटना की सच्चाई सामने आने के बाद परिवार के लोग सदमे में आ गए। परिवार को यकीन नहीं हो रहा है कि शुभम इतनी दूर तक का सोच सकता है। पुलिस जांच में पता चला कि शुभम गौड़ को ड्रग्स और डेटिंग का शौक था। उसे हमेशा पैसों की जरूरत रहती थी। उसके परिवार ने उसे पैसे नहीं दिए। वह नोएडा में टीसीएस कंपनी में मात्र 25 हजार रुपये वेतन पर काम करते था। ऐसे में पैसों की कमी के कारण वह अपने महंगे शौक को पूरा नहीं कर पा रहा था। इसी वजह से उसने अपहरण का रास्ता चुना। जो मित्र उसने चुने,उन्हें भी पैसों की जरूरत थी। अंकित, जिसकी बहन की शादी फरवरी में थी। उस पर बहुत कर्ज था। संदीप, दीपक, उनको भी पैसों की जरूरत थी।