ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासी एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर पड़े हैं। यहां रहने वाले लोगों ने एक मूर्ति गोल चक्कर पर जमकर प्रदर्शन करते हुए नारेबाज़ी की। निवासियों ने मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से सवाल-जवाब किए हैं। बता दें कि निवासियों का यह प्रदर्शन पिछले काफी महीनों से चल रहा है, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है।
बिल्डर और सरकार ने मेट्रो के नाम पर बेचे घर
दरअसल ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मेट्रो की सुविधा नहीं है। हालांकि सरकार मेट्रो प्रोजेक्ट का काम कर रही है, लेकिन इस बात को भी काफी साल हो गए हैं। वहीं जब लोगों ने घर खरीदे थे, तो कहा गया था कि यहां पर बहुत जल्द मेट्रो आने वाली है। लोगों ने मेट्रो के नजदीक होने की बात सुनकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट में घर लेना शुरू किया और आज लाखों की संख्या में लोग ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासी हैं, लेकिन मेट्रो की सुविधा आज तक यहां के लोगों को नहीं मिली। यहां के निवासियों का आरोप है कि बिल्डर के साथ सरकार ने भी उनसे झूठ बोला है।
जल्द मेट्रो चलवाने का मिला था आश्वासन
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सबसे बड़ी समस्या यह है कि वहां पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा नहीं है। जिसकी वजह से निवासी लगातार पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में मेट्रो को चलाने की बात कह रहे हैं। निवासियों का कहना है कि जो सरकार ने कहा, उसको तो पूरा किया जाना चाहिए था। मेट्रो प्रोजेक्ट सरकार ने बताया था और वह अभी तक पूरा नहीं हुआ है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में मेट्रो चलवाने को लेकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट की जनता काफी समय से प्रदर्शन कर रही है। हर रविवार को लोग एक मूर्ति गोल चक्कर पर जाकर खड़े हो जाते हैं और अपनी मांगे बताते हैं, लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि इन लोगों की समस्या पर कोई ध्यान देने वाला नहीं है।
कब तक अटकी रहेगी मेट्रो वाली फाइल ?
मेट्रो रूट को लेकर अभी तक फाइल अटकी पड़ी है। जबकि काफी समय पहले जब प्रोजेक्ट की फाइल चली थी तो केंद्र सरकार ने उसको बेकार बताते हुए स्थगित कर दिया था और अब दोबारा से मेट्रो रूट की फाइल चलाई गई है, लेकिन पता नहीं कब तक उसको फाइनल किया जाएगा।
लोगों में बढ़ रहा आक्रोश
लोगों का कहना है कि सबसे ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट की समस्या यहां रहती है। नोएडा एक्सटेंशन में लाखों की आबादी में लोग रहते हैं और नौकरी करने के लिए गुड़गांव समेत एनसीआर के अलग-अलग इलाकों में जाते हैं जिसका एकमात्र माध्यम सड़क है। सुबह और शाम के समय इसी वजह से सड़कों पर जाम की स्थिति पैदा होती है। अधिकतर देखा जाता है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 4 किलोमीटर का सफर तय करने में आधे घंटे का समय लग जाता है।