Greater Noida: जेवर में बन रहे नोएडा एयरपोर्ट 15 जून तक यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे पर इंटरचेंज बनाकर इसे यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। जिससे दिल्ली और आगरा जैसे शहरों से एयरपोर्ट की सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। जबकि हवाई अड्डे से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी के लिए अभी इंतजार करना होगा। दोनों को जोड़ने वाले 31 किमी लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का काम हरियाणा सीमा में शुरू तक नहीं हो पाया है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम अधर में
निर्माणकर्ता कंपनी ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले इस हिस्से का 80 प्रतिशत काम हो चुका है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए हरियाणा के बल्लभगढ़ से एयरपोर्ट तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) कर रहा है। इसका 22 किमी का हिस्सा हरियाणा और 9 किमी का हिस्सा उत्तर प्रदेश की सीमा में तैयार होना है। हरियाणा वाले हिस्से में काम शुरू नहीं हो सका है।
2114 करोड़ से बन रहा इंटरचेंज
उत्तर प्रदेश की सीमा में किसानों से जमीन अधिग्रहण के बाद इस पर तेजी से काम चल रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी देने के लिए यहां इंटरचेंज भी बनाया जा रहा है। करीब 2114 करोड़ की लागत से इस एक्सप्रेसवे का निर्माण सितंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। जेवर एसडीएम अभय कुमार सिंह ने बताया कि सरकार ने लगभग 400 करोड़ खर्च कर हुए जेवर के किसानों से जमीन का अधिग्रहण कर छह लेन के एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू किया था। यमुना एक्सप्रेस-वे के ऊपर बनने वाले ओवरब्रिज और इंटरचेंज पर पिलर लगाने का काम पूरा कर गार्डर रखे जा रहे हैं। जल्द काम पूरा करते हुए दिल्ली व आगरा से कनेक्टिविटी शुरू करा दी जाएगी।
अक्टूबर
सूत्रों के मुताबिक, नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट से अक्टूबर में यात्री उड़ानें शुरू होने की संभावना है। इससे पहले हवाई अड्डे की प्रमुख शहरों से सीधे कनेक्टिविटी के लिए सड़क से जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है।