Greater Noida: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के किनारे 2025 में छह नए इंडस्ट्रियल सेक्टर्स के विकास की योजना बनाई है, जिससे क्षेत्र को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने की उम्मीद जगाई है। जिले में बढ़ते निवेश और औद्योगिक गतिविधियों की मांग को देखते हुए नोएडा अथॉरिटी ने 2025 में इस महत्वाकांक्षी परियोजना को शुरू करने का निर्णय लिया है।
स्मार्ट और समग्र विकास की दिशा में कदम
इन इंडस्ट्रियल सेक्टर्स को हाईटेक और आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। जिसमें आईटी सेक्टर, आईटीईएस हब, सरकारी दफ्तर, अस्पताल, गैस स्टेशन, प्राइवेट संस्थान और धार्मिक केंद्र जैसे कार्यक्षेत्र शामिल होंगे। इस परियोजना का उद्देश्य न केवल स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय निवेश को आकर्षित करना है, बल्कि क्षेत्र में रोजगार और समृद्धि को बढ़ावा देना भी है।
ग्रामीण विकास को नई दिशा
इस परियोजना का लाभ केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहेगा। सेक्टर-163 और 166 में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। चार गांवों – मोहियापुर, गुलावली, दोस्तपुर मंगरौली और नलगढ़ा के किसान भी इससे लाभान्वित होंगे। उनकी भूमि का अधिग्रहण उचित मुआवजे के साथ किया जाएगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। अधिग्रहण की प्रक्रिया में लगभग 25 से 30 हेक्टेयर भूमि शामिल है, और वर्तमान में इसकी खरीद दर 5,300 रुपये प्रति वर्ग मीटर तय की गई है। मोहियापुर और दोस्तपुर मंगरौली में पहले से ही कुछ भूमि उपलब्ध है, जिससे प्रक्रिया को और तेज किया जा सकेगा।
रोजगार और व्यापार का नया केंद्र
सेक्टर-161 से 166 तक फैले इस परियोजना के लिए कुल 540 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी, जिसमें से 40 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण पहले ही हो चुका है। यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय आर्थिक वृद्धि को गति देगी, बल्कि इसे एक व्यापार और रोजगार का प्रमुख केंद्र भी बनाएगी। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के पास यह नया इंडस्ट्रियल हब क्षेत्र के समग्र विकास को सुनिश्चित करेगा। व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि के साथ-साथ स्थानीय निवासियों को नए अवसर मिलेंगे, जो इसे एक समावेशी और स्थायी विकास की दिशा में बड़ा कदम बनाएगा।