महाकुंभ 2025 के आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन श्रद्धालुओं को अब ऑनलाइन ठगी से सावधान रहने की आवश्यकता है, पुलिस ने हाल ही में एक ऐसे साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो महाकुंभ के लिए होटल, धर्मशाला, टेंट और अन्य सुविधाओं के नाम पर फर्जी बुकिंग के जरिए लोगों को ठग रहा था.
ठगी गैंग का पर्दाफाश
गिरोह के सदस्य फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर लोगों को ठगते थे. ये वेबसाइट्स महाकुंभ के आधिकारिक और प्रामाणिक बुकिंग पोर्टल की तरह दिखती थीं. श्रद्धालुओं को आकर्षित करने के लिए सस्ते पैकेज, खास छूट और शानदार सुविधाओं का झांसा देते थे. जैसे ही लोग इन वेबसाइट्स पर बुकिंग करते, उनका पैसा फर्जी खातों में ट्रांसफर हो जाता और उन्हें कोई सेवा नहीं मिलती.
ऑनलाइन बुकिंग के नाम ठगी
पुलिस को कई शिकायतें मिलीं, जिनमें लोगों ने महाकुंभ के लिए की गई ऑनलाइन बुकिंग के बाद ठगे जाने की बात कही। शिकायतों के आधार पर साइबर सेल ने जांच शुरू की. गिरोह की गतिविधियों को ट्रैक करते हुए पुलिस ने तकनीकी स्पेशलिस्ट और डिजिटल ट्रेसिंग के जरिए उनकी पहचान की. हाल ही में पुलिस ने छापेमारी कर गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया और उनके पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन और फर्जी दस्तावेज भी जब्त किए.
कैसे बचें ऑनलाइन ठगी से?
महाकुंभ से जुड़ी बुकिंग के लिए केवल सरकार द्वारा प्रमाणित आधिकारिक वेबसाइट और पोर्टल्स का उपयोग करें
संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें अगर किसी अनजान नंबर या ईमेल से बुकिंग का लिंक आता है, तो उसे अनदेखा करें
किसी भी वेबसाइट पर बुकिंग करने से पहले उसकी विश्वसनीयता परखे.
ठगी का शिकार होने या आशंका पर तुरंत पुलिस या साइबर सेल से संपर्क करें.
पुलिस की आम नागरिक से अपील
पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी अनधिकृत वेबसाइट या एजेंट के जरिए बुकिंग न करने की अपील की है. साथ ही, यदि किसी को संदिग्ध गतिविधि का पता चलता है, तो इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को देने का आग्रह किया है.
महाकुंभ की तैयारी में बाधा
महाकुंभ भारतीय संस्कृति और आस्था का एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जिसमें देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु शामिल होते हैं. ऐसे में ठगों का यह जाल न केवल श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का कारण बन रहा है, बल्कि आयोजन की पवित्रता पर भी सवाल खड़ा कर रहा है. सतर्कता और जागरूकता ही ठगी से बचने का सबसे बड़ा हथियार है। श्रद्धालु ऑनलाइन बुकिंग करते समय पूरी जानकारी लें और किसी भी अनजान माध्यम से लेन-देन करने से बचें.