कथावाचक अनिरुद्धाचार्य सलमान खान के शो बिग-बॉस 18 में जाने के बाद से लगातार सुर्खियों में हैं। सोशल मीडिया पर अनिरुद्धाचार्य महाराज को ट्रोल करने के बाद उनके द्वारा सलमान खान के पैर छूने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जिसपर अब अनिरुद्धाचार्य महाराज की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है और अनिरुद्धाचार्य महाराज ने बताया है कि फोटो के साथ छेड़छाड़ करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
अनिरुद्धाचार्य महाराज ने क्या कहा?
सलमान खान को कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने श्रीमद भगवतगीता भेंट की थी। जिसपर बवाल कटा था। लेकिन सलमान खान के अनिरुद्धाचार्य महाराज ने पैर नहीं छुए, छेड़छाड़ कर बनाई गई फोटो को लेकर अनिरुद्धाचार्य महाराज की तरफ से कहा गया कि “पूज्य महाराज जी को अपमानित करने की मंशा से फोटो के साथ छेड़छाड़ करके सोशल मीडिया और जनता में अव्यावहारिक, अमर्यादित और गलत अफवाह फैलाकर भ्रमित करने वाले विधसर्मियों को सबक सिखाने के लिए विश्व हिंदू परिषद के साहसिक कार्य के लिए चचाई थाना अधीक्षक की सारहनीय कार्यवाई के लिए कोटि कोटी धन्यवाद।”
पुलिस ने फोटो के साथ छेड़छाड़ करने वाले को किया गिरफ्तार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनिरुद्धाचार्य महाराज की फोटो मोहम्मद आसिफ अली ने एडिट किया है। बाबा की पोस्ट के मुताबिक, आरोपी आसिफ अली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अनिरुद्धाचार्य ने मामले को लेकर इंस्टाग्राम एकाउंट से पोस्ट शेयर की। इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, ता दें कि अनिरुद्धाचार्य की ‘बिग बॉस 18’ में एंट्री पर लोगों ने नाराजगी जाहिर की थी। इसपर अनिरुद्ध आचार्य ने माफी मांगी, साथ ही बताया कि उन्होंने शो में सनातन धर्म का प्रचार किया है।
अनिरुद्धाचार्य महाराज ने मांगी थी माफी
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने बिग बॉस में जाने पर लोगों से माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था, ‘यदि मेरे उस बिग बॉस में जाने से किसी सनातनी का दिल दुखा है तो ये बेटा, आपका भाई, आपका दास, हम सारे सनातनियों से क्षमा प्रार्थी हैं। आप क्षमा कीजिएगा क्योंकि मेरा उद्देश्य तो सनातन का प्रचार करना है और मैं एक बार आपसे फिर कह दूं, करोड़ों बार क्षमा मांगूगा परंतु एक बात फिर कहूंगा कि मैंने कहा था कि मैं बिग बॉस में नहीं जाउंगा। मैं बिग बॉस में नहीं गया, बिग बॉस के भीतर जो जाने वाले अतिथि हैं 18, मैं उनका हिस्सा नहीं बना। मैं आशीर्वाद देने के लिए केवल अतिथि के रूप में गया। उस अतिथि के रूप में जाकर मैंने भगवद गीता के बारे में सबको बताया। मैंने वहां अच्छी बातें कीं।’