बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह की गृहमंत्री अमति शाह से मुलाकात को लेकर सियासत में हलचल मच गई है। जौनपुर लोकसभा सीट पर जब बसपा की ओर से श्रीकला सिंह चुनावी मैदान में उतरीं तो भाजपा के पदाधिकारियों के माथे पर पसीने छूट गए। पत्नी के बहाने चुनाव में जोर आजमाइश करने उतरे पूर्व सांसद धनंजय सिंह भाजपा की राह में अवरोध बनकर उभरे थे। हालांकि अब भाजपा को समर्थन देने के बाद बदले हालात में केवल जौनपुर ही नहीं बल्कि आसपास की सीटों पर भाजपा के लिए लड़ाई पहले से थोड़ी आसान हो गई है।
धनंजय सिंह का भाजपा की तरफ झुका से बदले समीकरण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 400 पार के लक्ष्य में क्षत्रिय मतों में बिखराव बड़ी बाधा बन सकती थी। हालांकि धनंजय सिंह के भाजपा सरकार की तारीफ करने व पार्टी को समर्थन देने के कदम से जहां भाजपा प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह की राह आसान हो गई है। इससे मछलीशहर सीट पर भाजपा प्रत्याशी बीपी सरोज को भी बड़ी राहत मिलेगी। राजनीतिक जानकार बताते हैं कि श्रीकला अगर बसपा प्रत्याशी के रूप में मैदान में रहतीं तो इसका असर जौनपुर के साथ ही आसपास के अन्य सीटों पर हो सकता था। जौनपुर लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण बता रहे हैं कि यहां इस बार यहां कांटे की टक्कर होगी।