उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल की शुरुआत में महाकुंभ मेले का आयोजन होना है। योगी सरकार लगातार इसकी व्यवस्थाओं को लेकर काम कर रही है। हाल ही में सीएम योगी ने महाकुंभ के लोगो का भी अनावरण किया था और साधु-संतों से किसी प्रकार की अपमानजनक टिप्पणी न करने का आग्रह किया था। लेकिन अब प्रयागराज में जहां बैठक होनी थी, वहां पर हंगामें की खबर सामने आई है।
प्रयागराज में महाकुंभ से पहले हुआ हंगामा
महाकुंभ की शुरुआत से पहले अखाड़े के बीच जंग शुरू हो गई है। गुरुवार को प्रयागराज मेला प्राधिकरण के द्वारा अखाड़ों को आवंटित की जाने वाली भूमि का निरीक्षण करवाना था। ऐसे में कुंभ मेला की भूमि देखने जाने के लिए सभी अखाड़ों के संत महात्मा प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय में एकत्रित हुए थे। इस दौरान अखाड़ों के महंतों के बीच कहा सुनी हुई, जोकि देखते ही देखते मारपीट में बदल गई। साधु संत एक दूसरे के ऊपर लात घूंसों और मुक्कों से एक-दूसरे की पिटाई करने लगे। जिससे मेला प्राधिकरण कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई।
किस वजह से हुई मारपीट
इस मारपीट को पुलिस और प्रशासन ने शांत कराया। बताया जा रहा है कि जमीन आवंटन को लेकर हुई इस मारपीट से मेला कार्यालय में तनाव का माहौल बना हुआ है। हालांकि, जमीन आवंटन को लेकर विवाद खत्म किया जा सके, इसको लेकर बड़े अधिकारियों की तरफ अखाड़ों को समझाया जा रहा है।
महाकुंभ में 40 करोड़ लोगों के आने का है अनुमान
महाकुंभ 2025 का सफल आयोजन को लेकर सीएम योगी ने प्रशासन को हर मुमकिन तैयारी करने का आदेश दिया है। महाकुंभ मेले में लगभग 40 करोड़ लोगों के प्रयागराज आने का अनुमान है, जो कि पिछले कुंभ मेले की तुलना में ढेड़ से दो गुना है। महाकुंभ में प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं का मुख्य गंतव्य स्थल त्रिवेणी संगम है। त्रिवेणी संगम को शहर से जोड़ने वाली सभी सड़कों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है।