लोकसभा चुनावों के नतीजों के बाद अब अजित पवार की एनसीपी मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही है। दरअसल गुरुवार को अजित पवार के आवास पर कोर कमेटी के सभी सदस्यों की बैठक हुई। जिसमें शाम को विधायकों की एक बैठक बुलाई गई। अजित पवार अपने विधायकों के साथ ट्राइडेंट होटल में बैठक करने वाले थे। वहीं सूत्रों की मानें तो इस मीटिंग में उनके पांच विधायक होटल नहीं पहुंचे हैं। इससे पहले सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि अजित पवार गुट के 10 से 15 विधायक शरद पवार के संपर्क में हैं। बताया जा रहा है कि अजित पवार के कई विधायक शरद पवार से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में विधायकों के आने-जाने का सिलसिला शुरू हो सकता है। हालांकि अभी महाराष्ट्र में शिंदे सरकार पर कोई संकट नहीं है, लेकिन आने वाले कुछ महीनों में हलचल का माहौल देखने को मिल सकता है, क्योंकि अगले कुछ महीनों में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं। बता दें कि पार्टी लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन और खासकर बारामती की हार से खुश नहीं है, जहां अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार सुप्रिया सुले के खिलाफ भारी अंतर से हार गईं।
एनसीपी (शरद पवार) का 10 जून को स्थापना दिवस
एनसीपी के सूत्रों का कहना है कि सभी पांच विधायकों ने आज बैठक में शामिल न होने के व्यक्तिगत कारण बताए हैं। पांच विधायकों में से कोई भी शरद पवार खेमे के संपर्क में नहीं है। विधायकों के बैठक में शामिल न होने के लिए सभी के पास वैध व्यक्तिगत कारण हैं और इसकी सूचना शीर्ष नेताओं को पहले ही दे दी गई थीष विधायक धर्म राव बाबा अत्राम अस्वस्थ हैं, नरहरि झिरवाल रूस में हैं, सुनील तिंगरे बाहर गए हुए हैं, राजेंद्र शिंगणे अस्वस्थ्य हैं और अन्ना बंसोडे पहले से व्यस्त थे। वहीं अजित पवार की पार्टी ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है कि होटल में बुलाई गई बैठक में उनके पांच विधायकों के न पहुंचने के पीछे क्या वजह है। एनसीपी (शरद पवार) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा था कि हमारे संपर्क में कई लोग हैं। हम 9 जून की बैठक में इन प्रस्तावों पर विचार करेंगे। 10 जून को हमारा स्थापना दिवस है।