गाजियाबाद में 29 अक्टूबर को जिला जज कोर्ट में वकीलों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में वकीलों का आंदोलन जारी है. वकीलों का ये आंदोलन कई दिनों से चल रहा है. वहीं बार एसोसिएशन द्वारा आंदोलन को समर्थन न देने या कोई अन्य सार्थक भूमिका न पाए जाने पर अपने चार महत्वपूर्ण सदस्यों की सदस्यता निरस्त कर दी है.
वकीलों के समर्थन में ना पहुंचने पर रद्द हुई सदस्यता
जिन चार महत्वपूर्ण सदस्यों की सदस्यता निरस्त की गई है उनमें कैबिनेट मंत्री एवं साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा, राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप, मुरादनगर विधायक अजीतपाल त्यागी और लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर शामिल हैं. दरअसल वकील और जज के विवाद में ये चारों वकीलों के समर्थन में नहीं पहुंचे थे. इसलिए वकीलों ने इन चारों की सदस्यता समाप्त करने की मांग की, जिसके बाद उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गई है.
शुक्रवार को आंदोलन की रणनीति बनाएंगे वकील
वहीं इस मामले को लेकर बार एसोसिएशन सचिव अमित नेहरा का कहना है कि बार ने पहले ही जनप्रतिनिधियों से मांग करते हुए भूमिका स्पष्ट करने को कहा था लेकिन उन्होंने कोई सक्रियता नहीं दिखाई. वहीं शुक्रवार को कचहरी में 22 जिलों के वकीलों की बैठक आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए बुलाई गई है.