कोरोना के बाद से ऐसे कई वाकये सामने आए हैं. जहां लोग खेलते समय, एक्सरसाइज करते वक्त, ऑफिस में काम करते समय या फिर सड़क पर चलते समय अचानक ही गिर जाते हैं. उन्हें हार्ट अटैक आता है और तुरंत दम तोड़ देते हैं. ऐसा ही एक वाकया नोएडा में सामने आया है. जहां सेक्टर-21 ए स्थित नोएडा इंडोर स्टेडियम में एक खिलाड़ी की बैडमिंटन खेलते समय अचानक मौत हो गई. जिसके बाद खिलाड़ी को अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
बैडमिंटन कोर्ट में चक्कर आने के बाद हुई मौत
पुलिस की मानें तो 44 साल के स्वप्निल कुमार मूल रूप से मैनपुरी का रहने वाले थे. स्वप्निल का गाजियाबाद में कारोबार है जिसके कारण वह यहां इंदिरापुरम में रहते थे. स्वप्निल कुमार शौक के तौर पर स्टेडियम में बैडमिंटन खेलने आते थे. एक सप्ताह में स्वप्निल तीन से चार दिन रात में बैडमिंटन खेलते थे. वहीं स्वप्निल एप से बैडमिंटन कोर्ट बुक कराते थे. रोजाना की तरह मंगलवार को भी वह बैडमिंटन खेलने पहुंचे. खेलते-खेलते अचानक उन्हें चक्कर आने लगा और वह कोर्ट में गिर गये. वहां मौजूद लोगों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया. जहां कारोबारी स्वप्निल को मृत घोषित कर दिया गया. जानकारी के अनुसार मृतक के परिजनों की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. साथ ही परिजनों ने स्वप्निल का पोस्टमार्टम कराने से भी साफ इंकार कर दिया. जिसके बाद परिजन शव को लेकर मैनपुरी स्थित पैतृक गांव चले गए . जहां स्वप्निल का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
ऐसे बढ़ती है हार्ट अटैक की आशंका
वहीं एक अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन की मानें तो खेलते-दौड़ते वक्त अगर अचानक हार्टअटैक आ जाता है, तब इसके पीछे पहले से हुई बीमारी कारण बन सकती है. अगर हाई शुगर और बीपी का कोई मरीज हो तो उसे लगातार जांच करानी चाहिए. ऐसे लोगों को खेलने, कूदने व दौड़ने के समय अचानक से बीपी बढ़ जाता है. ऐसे में हार्ट अटैक की आशंका बढ़ जाती है. अमूमन हाई शुगर व बीपी से ग्रसित मरीज उम्र दराज पाए जाते है लेकिन यंग ऐज के एथलेटिक्स और जिम करने वाले युवा की हार्ट की मसल ज्यादा बढ़ जाती है. जिसे एचसीएम कहते है. यह एक कारण होता है. एथलेटिक्स और जिम करने वालों को अक्सर पता नहीं चलता है क्यूंकि हर कोई यह सोचता है कि वह फिट है. इनके शरीर के अंदर क्या चल रहा होता है, उनको पता नहीं चलता है. यदि किसी खिलाड़ी को यंग ऐज में सांस फूलना, छाती में दर्द, ज्यादा थकान होना पाया जाता है तो ये लक्षण हैं तो उनको अपने हार्ट का चेक अप कराना चाहिए.