उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार जनता की समस्याओं से रुबरु होने के लिए जनता दरबार लगाते हैं। इसी क्रम में उन्होंने शनिवार को गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान लोगों की समस्याएं सुनीं। लोगों की समस्याओं को सुनने के बाद सीएम योगी ने अधिकारियों के लिए अहम आदेश भी जारी किया है, जिसमें उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि अगर किसी अधिकारी द्वारा किसी पीड़ित की मदद में देरी होती है, तो इसपर एक्शन होगा।
सीएम योगी ने अधिकारियों के लिए जारी किया अहम आदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अधिकारियों को चेतावनी दी कि जन समस्याओं को दूर करने और पीड़ितों की मदद में विलंब या किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि अगर किसी भी तरह की लापरवाही हुई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीएम योगी ने अधिकारिक बयान में कहा है कि जन समस्याओं के निस्तारण और पीड़ितों की मदद में विलंब या लापरवाही किसी भी दशा में नहीं होनी चाहिए और अगर लापरवाही हुई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी।
देरी होने पर अधिकारी की देनी होगी जवाबदेही
सीएम योगी ने ये भी साफ किया है कि अगर किसी व्यक्ति की समस्या के निस्तारण में कहीं भी कोई दिक्कत आ रही है तो उस परेशानी का पता लगाकर, समाधान कराया जाए। इसी के साथ उन्होंने कहा कि किसी स्तर पर जानबूझकर कर समस्या के निस्तारण की प्रक्रिया को लंबित रखा गया तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाए।
300 लोगों की सुनी समस्याएं!
आपको बता दें, मंदिर परिसर में आयोजित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने करीब 300 लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि किसी को भी चिंता करने या परेशान होने की जरूरत नहीं है। साथ ही सीएम ने लोगों को आश्वासन दिया कि वो उनकी हर समस्या का प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित कराएंगे। इसे लेकर उन्होंने प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को मौके पर ही हिदायत दी कि जनता की समस्याओं का बिना देरी किए, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें। इसी के साथ ही सीएम योगी ने गोशाला के कार्यकर्ताओं से सभी गोवंश के स्वास्थ्य एवं पोषण की जानकारी ली और देखभाल के लिए जरूरी निर्देश भी दिए है।