उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2024 में महिलाओं के सशक्तिकरण, सुरक्षा, और आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता देते हुए कई नई योजनाएं शुरू कीं। इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को शिक्षा, रोजगार, और सामाजिक सुरक्षा में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करना है। आइए जानते हैं इन योजनाओं के बारे में:
मिशन शक्ति 3.0
मिशन शक्ति 3.0 का लक्ष्य महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण है। इसके तहत हर जिले में महिला हेल्पलाइन 1090 और वन स्टॉप सेंटर की स्थापना की गई। पिंक पुलिस वाहन और महिला सुरक्षा बल (महिला पुलिस पेट्रोलिंग) की संख्या बढ़ाई गई। महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट की संख्या बढ़ाई गई।
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना
इस योजना का लक्ष्य बालिकाओं की शिक्षा और पोषण सुनिश्चित करना है। योजना के तहत बालिका के जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। 2024 में 15 लाख बालिकाओं को इस योजना के तहत लाभ मिला।
मुख्यमंत्री महिला स्वरोजगार योजना
इस योजना का लक्ष्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इसके तहत महिलाओं को छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए 5 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा। साथ ही महिलाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की गई। 2024 में 2 लाख से अधिक महिलाओं को रोजगार के अवसर मिले।
विधवा और निराश्रित महिलाओं के लिए पेंशन योजना
इस योजना का लक्ष्य आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को सहायता देना है। इसके तहत विधवा और निराश्रित महिलाओं के लिए मासिक पेंशन को 1,000 रुपये से बढ़ाकर 1,500 रुपये किया गया। पेंशन वितरण प्रक्रिया को ऑनलाइन और पारदर्शी बनाया गया।
‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ अभियान का विस्तार
इस अभियान का लक्ष्य बालिकाओं की शिक्षा और अधिकारों की रक्षा करना है। सरकारी स्कूलों में बालिकाओं के लिए मुफ्त वर्दी, किताबें और साइकिल का वितरण करना। ग्रामीण क्षेत्रों में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विशेष छात्रवृत्ति योजना की शुरूआत।
महिला उद्यमिता को बढ़ावा
महिला उद्यमियों के लिए 50% तक की सब्सिडी। महिलाओं के लिए “स्टार्टअप इंडिया” के तहत विशेष अनुदान। साथ ही हस्तशिल्प और कुटीर उद्योग में काम करने वाली महिलाओं को ऑनलाइन मार्केटप्लेस से जोड़ा गया।
ग्रामीण महिलाओं के लिए ‘सखी केंद्र’
इसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को सहायता और प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हर ब्लॉक में सखी केंद्र की स्थापना, जहां महिलाएं स्वास्थ्य, शिक्षा, और रोजगार से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकें। स्व-सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर।
महिला शिक्षा और डिजिटल सशक्तिकरण
महिलाओं को डिजिटल युग में सक्षम बनाना इसका लक्ष्य है। इसके तहत सरकारी स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं को मुफ्त टैबलेट और स्मार्टफोन का वितरण किया गया।