Greater Noida: सितंबर 2023 में बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट में मोटो जीपी रेस आयोजित करने वाली कंपनी फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स की बड़ी कमी सामने आई है। यमुना प्राधिकरण (यीडा) की टीम ने कंपनी पर लगे सभी आरोप सही पाए हैं। टीम ने जांच में पाया है कि कंपनी गैर सूचीबद्ध है और इसकी अधिकृत शेयर पूंजी 10 लाख तथा प्रदत्त पूंजी मात्र 1.27 लाख रुपये है। जबकि कंपनी पर वेंडरों की कर्ज और रेस के लिए किए गए खर्च की लागत में असमानता है। यीडा इसकी पूरी रिपोर्ट 16 जून को शासनस्तर पर प्रस्तावित बैठक में पेश करेगी। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की सिफारिश की गई है।
लाइसेंस शुल्क का 120 करोड़ रुपये नहीं दिए
यीडा की रिपोर्ट में बताया गया है कि 12 मई 2022 को रजिस्टर्ड फर्म गैर सूचीबद्ध है। कंपनी को इस रेस कराने का कोई अनुभव नहीं था। जिसकी वजह से कंपनी ने इन्वेस्ट यूपी के साथ अनुबंध किया। इस कंपनी ने स्पेन की डोरा कंपनी को लाइसेंस शुल्क का 120 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है। डोरा कंपनी को बताया गया कि यह पैसा यूपी सरकार से दिलाया जाएगा।
यीडी की रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि कंपनी ने 15 फरवरी 2023 को दिए अपने पत्र में कुल व्यय 42.33 करोड़ रुपये दिखाया है। जबकि वेंडरवार अंतिम राशि 41.09 करोड़ और पत्र के साथ संलग्न टैक्स इनवाइस के अनुसार राशि 39.871 करोड़ है। वहीं, रेस के आयोजन में ट्रैक खर्च व निवेशक सम्मेलन पर 45.06 करोड़ कर्च दिखाया है। इसके अलावा कंपनी ने कार्यों और भुगतान संबंध विस्तृत विवरण भी जमा नहीं किया है।
कंपनी ने सरकारी फंड का सही उपयोग करने का किया दावा
फेयरस्ट्रीट स्पोट्र्स मुख्य परिचालन अधिकारी पुष्कर नाथ श्रीवास्तव ने बताया कि कंपनी ने सरकार से मिले फंड का सही दिशा में उपयोग किया था। सरकार की ओर से फंड के उपयोग की रिपोर्ट मांगी गई थी। जिसकी रिपोर्ट भेज दी गई है। जो राशि बकाया है, उसकी रिपोर्ट भी शासन को भेजी गई है।