देश की राजधानी दिल्ली में पटाखों से प्रदूषण को रोकने के लिए पटाखों पर पूरी तरह के बैन लगा दिया गया है। ये बैन 1 जनवरी 2025 तक लगाया गया है। पटाखों के बैन को लेकर दिल्ली सरकार ने कड़े निर्देश भी जारी कर दिए हैं। जिसमें पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर पूरी तरह से रोक की बात कही गई है।
दीवाली पर पटाखें नहीं जलाएंगे दिल्ली वाले!
राजधानी दिल्ली में सर्दियों में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सोमवार से एक जनवरी 2025 तक पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है। पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लागू कर दिया गया है। प्रतिबंध को लेकर दिल्ली सरकार ने निर्देश जारी किए हैं। साथ ही सभी दिल्ली वालों से सहयोग का अनुरोध भी किया है।
ऑनलाइन बिक्री और डिलीवरी पर भी बैन
इसी साल बीते नौ सिंतबर को दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए कदम उठा लिया था। जिसमें एक जनवरी तक पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था। वहीं, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने भी इसके कड़े निर्देश दे दिए थे। जिसमें सरकार ने पिछले साल की तरह इस बार भी दिल्ली में पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। आपको बता दें, एक जनवरी 2025 तक पटाखों की ऑनलाइन बिक्री और डिलीवरी पर भी बैन रहेगा।
क्या बोले पर्यावरण मंत्री
पर्यावरण मंत्री ने पटाखों पर बैन को लेकर कहा था कि प्रतिबंध को कड़ाई से लागू करने को लेकर दिल्ली पुलिस, डीपीसीसी और राजस्व विभाग के साथ मिलकर कार्य योजना बनाई जाएगी। सरकार प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 21 फोकस बिंदुओं पर आधारित विंटर एक्शन प्लान बना रही है।
इन कारणों के चलते लगाया गया बैन!
राजधानी दिल्ली में पटाखों की वजह से दीपावली के मौके पर एयर क्वालिटी खराब न हो, इसके चलते ये आदेश जारी किया गया है। अक्टूबर से दिल्ली की हवा खराब होने लगती है, इसका पहला अक्टूबर से मौसम बदलने लगता है, तापमान गिर जाता है और हवा की स्पीड पर भी असर पड़ता है और दूसरा कारण है इसी मौसम में दिल्ली के आसपास के राज्यों में किसान पराली भी जलाना शुरू करते हैं। इससे प्रदूषण और बढ़ता है. दिवाली में पटाखे फोड़ने से हालात और खराब हो जाते हैं।