Greater Noida West: लंबे सयम से अपने फ्लैट की रजिस्ट्री के बायर्स परेशान हैं। जिसे लेकर डीएम मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के सभागार में महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इसमें बिल्डर्स के प्रतिनिधि के साथ फ्लैट खरीददार भी मौजूद रहे। डीएम के सामने फ्लैट खरीददारों ने अपनी समस्याओं को रखा। फ्लैट खरीददारों की मुख्य समस्या रजिस्ट्री की है।
भुगतान के बाद भी नहीं हो रही रजिस्ट्री
खरीददारों ने बैठक में बताया कि उनके फ्लैट का पूरा भुगतान हो चुका है, इसके बावजूद उनके फ्लैट की रजिस्ट्री बिल्डर नहीं करवा रहा है। फ्लैट खरीददारों की समस्याओं का डीएम ने बिल्डर्स के जवाब मांगा। जिसके जवाब में बिल्डर के जनप्रतिनिधियों ने बताया कि प्राधिकरण से ओसी नहीं मिल पाने के चलते फ्लैट के रजिस्ट्री में देरी हो रही है। डीएम ने बिल्डर्स को निर्देश देते हुए कहा कि जिन्हें प्राधिकरण से ओसी प्राप्त हो चुकी है, उन्हें तत्काल रजिस्ट्री की प्रक्रिया करवानी है। जबकि जिन्हें अभी तक ओसी प्राप्त नहीं हुई, उन्हें प्राधिकरण में प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी करवाएं ताकि फ्लैट खरीददारों को परेशानी ना झेलनी पड़े। साथ ही डीएम ने निर्देश दिया कि अनावश्यक किसी घर खरीददार का शोषण नहीं होना चाहिए।
स्टाम्प राजस्व में बढोतरी पर जोर
डीएम मनीष कुमार वर्मा ने स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उत्तर प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप जिले के स्टाम्प राजस्व में अधिक से अधिक बृद्धि करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि संज्ञान में आ रहा है कि बहुत से बिल्डर्स के द्वारा बिना रजिस्ट्री कराये ही फ्लैट बायर्स को कब्जा दे दिया गया है, जिससे काफी स्टाम्प राजस्व की हानि हो रही है। स्टांप विभाग के अधिकारीगण अभियान चलाकर ऐसे बिल्डर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लायें, ताकि ऐसे सभी बायर्स के फ्लैटों की रजिस्ट्री कराते हुए स्टाम्प राजस्व में बढोतरी की जा सके।
सबसे ज्यादा समस्या वाले बिल्डर
बैठक में सबसे ज्यादा शिकायत महागुन और मिगशन बिल्डर के खिलाफ की। लेकिन दोनों ही बिल्डर के प्रतिनिधि इस बैठक में नहीं पहुंचे। जिस पर डीएम ने अपर जिला अधिकारी वित्त को निर्देश देते हुए कहा कि दोनों बिल्डर की साइट को तत्काल सील कर दिया जाए। इस बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार, सहायक महानिरीक्षक निबंधन प्रथम बी0एस0 वर्मा, सहायक महानिरीक्षक निबंधन द्वितीय शशि भानू मिश्र, समस्त उपनिबंधक, संबंधित प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बिल्डर्स एवं फ्लैट बायर्स मौजूद रहे।